पूर्व चयनकर्ता सरनदीप सिंह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पृथ्वी शॉ को बाहर किए जाने से नाखुश हैं। सिंह ने कहा कि युवा खिलाड़ी को तकनीकी खामियों पर काम करने का ईनाम मिलना चाहिए था क्योंकि उनका भारत के लिए वही प्रभाव है, जैसा महान ओपनर वीरेंदर सहवाग का था।
घरेलू क्रिकेट और आईपीएल अभियान में शानदार प्रदर्शन करने वाले पृथ्वी शॉ को इंग्लैंड दौरे से नजरअंदाज किया गया। रोहित शर्मा, शुभमन गिल, केएल राहुल और मयंक अग्रवाल को ओपनर्स के रूप में चुना गया जबकि ऑस्ट्रेलिया में खराब दौरे के बाद पृथ्वी शॉ को लगातार नजरअंदाज किया गया।
आगामी दौरे पर भारतीय टीम के चयन को लेकर पीटीआई से बातचीत में सरनदीप सिंह ने कहा कि पृथ्वी शॉ जैसे बल्लेबाज को किनारे करना जल्दबाजी है। उन्होंने कहा, 'पृथ्वी शॉ में वो क्षमता है जो सहवाग भारत के लिए करते थे। आप उसको उसके करियर की शुरूआत में ऐसे किनारे नहीं कर सकते। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टीम से बाहर करने पर उसने घरेलू क्रिकेट में खूब रन बनाए। उसने अपनी तकनीकी खामियों पर काम किया और देखिए कि उसने आईपीएल में कैसे खेला।'
एडिलेड टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद पृथ्वी शॉ को टीम से बाहर कर दिया गया और इसके बाद घरेलू क्रिकेट में लौटकर पृथ्वी शॉ ने ढेर सारे रन बनाए व आईपीएल 2021 में भी प्रभावित किया। सरनदीप सिंह ने युवाओं को समर्थन देने के महत्व पर जोर दिया और साथ ही कहा कि युवा शुभमन गिल पर भी ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में वह भी प्रदर्शन करने में नाकाम रहा था।
सरनदीप सिंह ने कहा, 'आपको पृथ्वी शॉ जैसी प्रतिभा का समर्थन करना चाहिए और शुभमन गिल को भी (वह टीम में है, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में रन नहीं बनाए।)'
हार्दिक पांड्या गेंदबाजी नहीं करेंगे तो बिगाड़ेंगे टीम संतुलन
सरनदीप सिंह ने हार्दिक पांड्या के टेस्ट टीम से बाहर होने पर भी बातचीत की। ऑलराउंर को इंग्लैंड दौरे के लिए नहीं चुना गया क्योंकि 2019 में सर्जरी के बाद से वह निरंतर गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं। जहां कई लोगों का मानना है कि हार्दिक पांड्या अगर गेंदबाजी नहीं करेंगे तो उनका टेस्ट करियर खतरे में रहेगा, वहीं सरनदीप सिंह ने कहा कि अगर गेंदबाजी नहीं कर सकते तो 27 साल के ऑलराउंडर भारत की सफेद गेंद टीम के लिए फिट नहीं होंगे।
सरनदीप सिंह ने कहा, 'चयनकर्ताओं का हार्दिक पांड्या को टेस्ट टीम के लिए नजरअंदाज करना समझा जा सकता है। वह सर्जरी के बाद से नियमित गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं। मुझे लगता है कि उसे वनडे में 10 और टी20 इंटरनेशनल में चार ओवर करने होंगे अगर प्लेइंग XI का हिस्सा बनना है तो। वो सिर्फ बल्लेबाज के रूप में नहीं खेल सकता।'
पूर्व चयनकर्ता ने बताया कि अगर हार्दिक पांड्या गेंदबाजी नहीं करेंगे तो कैसे जिम्मेदारी बन जाएंगे। उन्होंने साथ ही ध्यान दिलाया कि पांड्या की मौजूदगी टीम का संतुलन बिगाड़ेगी। भारत के पास पिछले कुछ महीनों में कई ऑलराउंडर्स उभरकर आए हैं। सरनदीप सिंह का मानना है कि मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर विकल्प पर्याप्त हैं।
सरनदीप सिंह ने कहा, 'अगर हार्दिक गेंदबाजी नहीं कर सकता, तो टीम का संतुलन बिगाड़ेगा। आपको अतिरिक्त गेंदबाज खिलाना पड़ेगा और फिर सूर्यकुमार जैसे खिलाड़ी को बाहर बैठना पड़ सकता है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में हमने देखा कि पांच गेंदबाजी विकल्पों के साथ नहीं खेल सकते। टीम के पास अब कई ऑलराउंडर्स हैं। अगर हार्दिक गेंदबाजी नहीं करते, तो ये सभी उनकी जिम्मेदारी निभा सकते हैं।'
हार्दिक पांड्या को भले ही इंग्लैंड दौरे पर जगह नहीं मिली, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ जुलाई में उन्हें अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। हार्दिक पांड्या की कोशिश टी20 विश्व कप से पहले अपने फॉर्म में लौटने की होगी।