पूर्व चयनकर्ता और ऑफ स्पिनर सरनदीप सिंह (Sarandeep Singh) ने भारतीय टीम (India Cricket team) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) पर की टिप्पणी का समर्थन किया है। द्रविड़ ने साहा को संन्यास लेने की सलाह दी क्योंकि खेल के सबसे लंबे प्रारूप में उनका चयन नहीं किया जाना था।
सरनदीप सिंह ने एएनआई से बातचीत में कहा, 'मुझे नहीं लगता कि राहुल द्रविड़ ने कुछ गलत कहा है। यह समय है जब ऋद्धिमान साहा खुद के बारे में सोचे क्योंकि वो 37 साल के हो गए हैं। उनका अंतिम 11 में चयन नहीं होगा और जब हमारे पास युवा विकेटकीपर होगा तो वो क्यों चयनित होकर बेंच पर बैठना चाहेंगे।'
सरनदीप सिंह ने आगे कहा, 'पंत टीम की प्राथमिकता हैं और वो लंबे समय तक खेलेंगे।' ऋद्धिमान साहा ने उस पत्रकार का नाम बताने से इंकार कर दिया, जिन्होंने भारतीय विकेटकीपर को धमकीभरा मैसेज भेजा था। पत्रकार ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए ड्रॉप किए गए साहा का इंटरव्यू लेना चाहा और जब विकेटकीपर ने कोई जवाब नहीं दिया तो उन्हें धमकीभरा संदेश भेजा।
इस बात की जानकारी ऋद्धिमान साहा ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिये दी। साहा ने बावजूद इसके पत्रकार के नाम का खुलासा नहीं किया, जबकि चारों तरफ से यह बात कही जा रही थी कि नाम को सार्वजनिक करें।
साहा के इस फैसले के बारे में बातचीत करते हुए सरनदीप सिंह ने कहा, 'ऋद्धिमान साहा को इस मामले पर स्पष्टता से बातचीत करनी चाहिए और उन्हें पत्रकार का नाम बताना चाहिए। सिर्फ साहा ही बता सकते हैं कि वो किसका बचाव कर रहे हैं।'
पूर्व क्रिकेटर ने हार्दिक पांड्या के भारतीय टीम में नहीं चुने जाने पर भी अपनी राय रखी। सरनदीप सिंह ने कहा, 'एक प्रोटोकॉल होता है कि अगर आप रणजी ट्रॉफी में बेहतर प्रदर्शन करेंगे तो ही आपको इंटरनेशनल टीम में चयन हो सकता है।'