बीसीसीआई (BCCI) ने हाल ही में वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत (India Cricket Team) के टेस्ट टीम की घोषणा की, जिसमें घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले सरफराज खान (Sarfaraz Khan) को नजरअंदाज कर दिया गया। इसके बाद से सवाल किए जा रहे हैं कि सरफराज खान को नहीं चुने जाने का प्रमुख कारण क्या है? बीसीसीआई सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि सरफराज खान के मैदान के बाहर का रवैया और फिटनेस स्तर चयन नहीं होने की प्रमुख वजह हैं।
मुंबई के बल्लेबाज ने पिछले तीन रणजी ट्रॉफी सीजन में 2566 रन बनाए हैं। उन्होंने 2019/20 सीजन में 928, 2021-22 में 982 रन और 2022-23 सीजन में 656 रन बनाए हैं। सरफराज खान ने शानदार औसत के साथ ये रन बनाए, लेकिन फिर भी उन्हें नजरअंदाज किया गया और महाराष्ट्र के ऋतुराज गायकवाड़ का चयन किया गया।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई से अपना नाम सामने नहीं आने की शर्त पर कहा, 'गुस्से वाले रिएक्शन समझ आते हैं, लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि सरफराज को दोबारा नजरअंदाज करने का कारण क्रिकेट से अलग है। ऐसे कई कारण हैं, जिसके कारण सरफराज खान को भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है।'
उन्होंने आगे कहा, 'क्या चयनकर्ता मूर्ख हैं जो ऐसे खिलाड़ी के नाम पर विचार नहीं करेंगे, जिसने लगातार सीजन में 900 से ज्यादा रन बनाए हैं? एक कारण तो उनकी फिटनेस है, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से सही नहीं है। सरफराज को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। उन्हें वजन घटाना होगा और पतला होकर वापसी करनी होगी। उन्हें फिट होना होगा। उन्हें पता होना चाहिए कि चयन के लिए सिर्फ बैटिंग फिटनेस काम की नहीं।'
बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक फिटनेस ही सरफराज खान के चयन नहीं होने का एकमात्र कारण नहीं। उन्होंने कहा, 'मैदान के अंदर और बाहर सरफराज खान का रवैया बेहतर नहीं है। कुछ चीजें कही हुई, कुछ इशारे या घटनाएं हैं, जिसका लोगों को ध्यान है। थोड़ी ज्यादा अनुशासनात्मक सोच उनके लिए बेहतर रहेगी। उम्मीद है कि सरफराज अपने पिता और कोच नौशाद खान के साथ इन पहलुओं पर काम करेंगे।'