दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में कल से भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जायेगा। यह मैच भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के लिए ख़ास होने वाला है। चेतेश्वर पुजारा अपने टेस्ट करियर का 100वां मुकाबला कल खेलने वाले हैं। कई सालों से टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर और मध्यक्रम की रीढ़ की हड्डी बनकर खेल रहे पुजारा का टेस्ट करियर शानदार रहा है। उन्होंने कई मौकों पर भारतीय टीम के लिए अहम योगदान दिया है। पुजारा घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र के लिए खेलते हैं और उनकी टीम इस समय कोलकाता के ईडन गार्डंस में रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेल रही है।
सौराष्ट्र टीम के कप्तान जयदेव उनादकट से फाइनल मैच से पहले पुजारा के 100वें टेस्ट पर ट्रिब्यूट देने पर सवाल किया गया, जिसका जवाब उन्होंने शानदार तरीके से दिया है। जयदेव ने पुजारा को सम्मान के रूप में रणजी ट्रॉफी का टाइटल देने की इच्छा जताई है। उन्होंने इस सन्दर्भ में कहा कि, 'जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया तब मैं वहां था, मैं अभी भी टीम का हिस्सा था। मुझे उनके व्यवहार और नैतिकता में अंतर नहीं दिखता है। उन्हें सम्मान देने का इससे बेहतर तरीका नहीं हो सकता कि हम रणजी खिताब जीतें, उनके लिए एक परफेक्ट ट्रिब्यूट रहेगा।'
आपको बता दें कि जयदेव उनादकट ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा थे। लेकिन उनकी घरेलू टीम सौराष्ट्र ने रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली और उनका स्थान भारतीय टीम की अंतिम ग्यारह में पक्का नहीं था। इसलिए टीम इंडिया ने उन्हें रणजी फाइनल खेलने के लिए छोड़ दिया। बात अगर चेतेश्वर पुजारा कि करें तो उन्होंने अपने टेस्ट करियर में अभी तक 99 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 44.15 के औसत से 7021 रन बनाये हैं। इस दौरान उन्होंने टीम इंडिया के लिए 19 शतक भी जड़े है। पुजारा ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 2010 में खेला था।