शम्मी सिल्वा (Shammi Silva) एक बार फिर श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (Sri Lanka Cricket) के अध्यक्ष बन गए हैं। उन्हें अध्यक्ष के रूप में लगातार तीसरी बार निर्विरोध चुना गया है। एसएलसी ने शनिवार को ऐलान किया कि श्रीलंका क्रिकेट की चुनाव समिति ने शम्मी सिल्वा को श्रीलंका क्रिकेट का अध्यक्ष चुना है। श्रीलंका क्रिकेट ने सिर्फ कोषाध्यक्ष के पद में बदलाव किया है, क्योंकि पुराने कोषाध्यक्ष लसंथा विक्रमसिंघे ने अपनी अन्य प्रतिबद्धताओं की वजह से अपना पद छोड़ दिया। अब पुराने सहायक कोषाध्यक्ष सुजीव गोडालियाड्डा ही मुख्य कोषाध्यक्ष का पद संभालेंगे। वहीं, सहायक कोषाध्यक्ष को बाद में नियुक्त किया जाएगा।
लगातार तीसरी बार श्रीलंका क्रिकेट के अध्यक्ष बने शम्मी सिल्वा
इसके अलावा श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के किसी पद पर कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब है कि अभी भी श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की समिति में उपाध्यक्ष का पद जयंत धर्मदास, रवीन विक्रमरत्ने, सचिव मोहन डी सिल्वा और सहायक सचिव की जिम्मेदारी क्रिसंथा कपुवट्टे के ऊपर होगी। वहीं, श्रीलंकन क्रिकेट बोर्ड का तीसरी बार अध्यक्ष चुने जाने के बाद शम्मी सिल्वा ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि वो अपने अगले दो साल के कार्यकाल में श्रीलंकन क्रिकेट के लिए क्या-क्या करेंगे।
उनका कहना है कि वो इस दिशा में काम करेंगे, जिससे श्रीलंका को भविष्य में वर्ल्ड की मेज़बानी करने का मौका मिले। श्रीलंका के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शम्मी सिल्वा ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत करते हुए कहा कि,"हम वर्ल्ड कप की मेज़बानी करने के खोए हुए मौके को फिर से पाने की कोशिश करेंगे। हमें 2026 वर्ल्ड कप की मेज़बानी करनी थी, जिसमें हम चूक गए हैं, क्योंकि हमारे पास पर्याप्त स्टेडियम नहीं हैं।"
इसके अलावा श्रीलंका के नए अध्यक्ष ने अपने अगले दो साल के कार्यकाल के लिए निर्धारित किए गए लक्ष्यों में नए स्टेडियम बनाने की भी चर्चाएं की। उन्होंने कहा कि,
"हमारे पास एक नया स्टेडियम बनाने का मौका था, लेकिन उस प्रस्ताव को कुछ लोगों ने रद्द कर दिया था। इसी वजह से हमारे देश को वर्ल्ड कप मेज़बानी का मौका गंवाना पड़ा, लेकिन हम चाहते हैं कि भविष्य में श्रीलंका को ज्यादा से ज्यादा वर्ल्ड कप टूर्नामेंट्स की मेज़बानी करने का मौका मिले। अगर हमारे पास ज्यादा स्टेडियम हो, तो हम कुछ अन्य टूर्नामेंट्स की मेज़बानी भी कर सकते हैं, जो कि अभी अन्य देश कर रहे हैं। इस मामले में हम खेल मंत्रालय और खेल मंत्री के साथ चर्चा कर रहे हैं।"