टीम इंडिया (Indian Cricket Team) के दिग्गज ओपनर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने आधुनिक युग में क्रिकेट के बदलते स्वरूप को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। धवन ने कहा है कि आज के युग के युवा खिलाड़ियों की मानसिकता और उनका खुद को जाहिर करने की क्षमता, इस दौर में सबसे बड़ा बदलाव है, जो उन्होंने देखा है।
धवन भारतीय टीम से काफी दिनों से बाहर चल रहें हैं। उन्होंने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच साल 2022 के अंत में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।
युवा खिलाड़ी मुझे प्रेरित करते हैं - शिखर धवन
धवन ने युवा खिलाड़ियों की सकारात्मक भूमिका का जिक्र किया और कहा कि जब युवा खिलाड़ी नए और अनोखे शॉट्स खेलकर आते हैं, तो हम सीनियर खिलाड़ी भी इससे प्रेरित होते हैं और वे खुद व्यकतिगत तौर पर उस शॉट को खेलने का तरीका उनसे पूछते हैं। धवन ने कहा,
बहुत समय से हम क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन जब युवा खिलाड़ी नए-नए शॉट्स के साथ सामने आते हैं, तो हम भी उनसे प्रेरित होते हैं, और मैं तो उनसे जाकर पूछता भी हूं कि तुमने ऐसा कैसे किया?
धवन ने आगे एक वाक्या साझा किया जिसमें उन्होंने सुर्यकुमार यादव से एक शॉट को सीखने का प्रयास किया था। धवन ने कहा,
मैं सूर्यकुमार यादव से पूछ रहा था कि जो आप एक छक्का मारते हैं, वो आप कैसे करते हैं यार। तो उन्होंने मुझसे कहा कि मैं बस झुकता हूं और ये करता हूं। मैंने कहा कि मैं भी इसे नेट्स में अजमाऊंगा, क्योंकि, आप जीतने हथियार खुद के पास रखेंगे, आपके लिए चीजें उतनी ही आसान होंगी, और ये एक अद्भुत मानसिकता है।
धवन ने आगे बात करते हुए अपने दौर के खेल की तुलना आधुनिक दौर से की और समझाया कि कैसे आज के दौर के युवा की मानसिकता ने खेल को पूरी तरह से बदलने का काम किया है। धवन ने कहा,
हमारी सोच का विकास हो रहा है। पहले हमारे कोच हमें बताते थे कि हमें नीचे की ओर खेलना चाहिए, आपको बड़े शॉट्स नहीं खेलने हैं। इस तरह की मानसिकता के साथ हम बड़े हुए थे, लेकिन जब आप आज के युवा को देखेंगे तो पता चलेगा कि वो आते ही खुद को निडरता से प्रकट करते हैं। और मेरे लिए आज के दौर में सबसे बड़ा बदलाव यहीं है।