श्रीलंकाई खिलाड़ी इस समय पृथकवास में हैं और भारत के खिलाफ वनडे सीरीज की शुरूआत से पहले उन्हें एक भी नेट सत्र मिलना नामुमकिन लग रहा है। मगर फिर भी श्रीलंकाई खिलाड़ियों की उम्मीद जागी है क्योंकि कोविड-19 टेस्ट के पहले राउंड में सभी निगेटिव आए हैं।
श्रीलंकाई खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ 6 जुलाई को यूके से लौटे और इस समय अनिवार्य सात दिनी पृथकवास में समय गुजार रहे हैं। 12 जुलाई को श्रीलंकाई खिलाड़ियों का पृथकवास खत्म होगा और अगले ही दिन कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में पहला वनडे खेला जाएगा।
श्रीलंका क्रिकेट के प्रमुख चयनकर्ता प्रमोद विक्रमासिंघे ने इंसाइडस्पोर्ट से बातचीत में कहा, 'हम इस स्थिति में कोई मदद नहीं कर सकते। यह ऐसा समय है, जिसमें हम सब जी रहे हैं। टीम को स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। जी हां, यह सही है कि इंग्लैंड से लौटे खिलाड़ियों में से जिन खिलाड़ियों का चयन हुआ है, उन्हें पहले मैच से पूर्व नेट अभ्यास मिलना नामुमकिन है। अच्छी बात यह है कि पहले टेस्ट में कोई भी पॉजिटिव नहीं पाया गया।'
भारतीय टीम ने खेले दो इंट्रा स्कवाड मैच
जहां श्रीलंका की तैयारी नहीं हुई है, वहीं उन्हें इस बात की राहत है कि जानलेवा वायरस बायो बबल में नहीं फैला। हालांकि, गुरुवार को श्रीलंका के बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर कोविड-19 पॉजिटिव निकले। हालांकि, श्रीलंकाई टीम कड़े पृथकवास से गुजरी। पहले तीन दिन सभी को अपने कमरे के अंदर ही रहना पड़ा। उन्हें आज से ही जिम और पूल में जाने की अनुमति मिली है।
वहीं भारतीय टीम ने अपना तैयारी शिविर शुरू कर दिया है और वह दो इंट्रा स्क्वाड मैच खेल चुकी है। श्रीलंका क्रिकेट के सचिव मोहन डी सिल्वा ने पुष्टि कर दी है कि अगले सोमवार तक बाहरी गतिविधियों की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने आगे खुलासा किया कि शुक्रवार की शाम तीन वनडे और टी20 इंटरनेशनल सीरीज के लिए श्रीलंकाई टीम की घोषणा होगी।
डी सिल्वा ने कहा, 'वो सिर्फ होटल में दी गई सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं। पृथकवास के बाद ही आउटडोर गतिविधियों की अनुमति मिलेगी। हम जल्द ही टीम की घोषणा करेंगे। हम स्थिति को परख रहे हैं और शुक्रवार को दिन के अंत में फैसला करेंगे।'