भारत के पूर्व दिग्गज कप्तान और बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने वर्तमान भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के खिलाड़ियों के रवैया पर सवाल उठाया है। गावस्कर ने आश्चर्य जताते हुए कहा है कि हालिया समय में किसी भी भारतीय बल्लेबाज ने मार्गदर्शन लेने के लिए उनसे संपर्क नहीं किया और इसमें सीनियर और जूनियर दोनों खिलाड़ी शामिल हैं।
लिटिल मास्टर नाम से मशहूर पूर्व महान खिलाड़ी ने ये भी कहा कि पहले के दौर में वीरेंदर सहवाग, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे महान खिलाड़ी भी अपनी समस्या को लेकर उनसे सलाह लिया करते थे।
हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में ऑस्ट्रेलिया ने हाथों मिली करारी हार के बाद गावस्कर ने भारतीय बल्लेबाजों के विदेशी धरती पर खेलने की तकनीक पर सवाल खड़े किए और कहा कि विदेशों में बैटिंग करते समय तकनीक में कमियों के बावजूद, टीम प्रबंधन उन त्रुटियों को सुधारने में सीमित रह गई है। गावस्कर ने कहा,
यदि बल्लेबाज बार-बार वही गलतियाँ कर रहे हैं, तो आपको यह पूछना होगा कि आपकी तकनीक में क्या हो गया है। आपने बल्लेबाज को सुधारने के लिए कैसे प्रयास किए हैं? क्या आपने उसे सलाह दी है कि शायद एक अलग गार्ड लें। लेग स्टंप गार्ड की जगह, मिडिल और ऑफ स्टंप गार्ड लें।
सहवाग को बताई थी सही तकनीक - सुनील गावस्कर
इस 74 वर्षीय पूर्व दिग्गज ने वाक्या का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने कैसे भारतीय टीम के पूर्व धाकड़ ओपनर वीरेंदर सहवाग को अपनी बहुमूल्य सलाह दी थी, जब उनके बल्ले से ज्यादा रन नहीं निकल रहे थे। गावस्कर ने कहा,
मुझे याद है कि मैंने एक बार अचानक वीरेंदर सहवाग को कॉल किया था। उस वक्त उनकी बैटिंग में बहुत सारे रन नहीं बन रहे थे। मैंने उनसे कहा, 'वीरू, बस आप ऑफ-स्टंप गार्ड का प्रयास करें।तो उन्होंने पूछा, 'क्यों, सनी भाई?' तो मैंने कहा, देखिए, आप बढ़िया फुटवर्क के लिए नहीं जाने जाते। और क्या हो रहा है कि कभी-कभी जब आप आउट हो रहे हैं, तो आप बाहर की गेंद का पीछा कर रहे है, और यह आपके लिए चीजें मुश्किल कर देता है। इसलिए, शायद अगर आप ऑफ-स्टंप गार्ड लें, तो आप तुरंत जान लेंगे कि गेंद ऑफ-स्टंप के बाहर है।
बता दें कि इस वक्त भारतीय क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज दौरे पर है, और आज से डोमनिका के मैदान में 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेल रही है।