भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने चौथे टेस्ट के पहले दिन के बाद मेजबान टीम के गेंदबाजों पर जमकर भड़ास निकाली। गावस्कर का मानना है कि जब दूसरी नई गेंद ली गई, तब भारतीय गेंदबाजों को आक्रामक होकर विकेट लेने की कोशिश करनी चाहिए थी।
भारतीय टीम ने नई गेंद लेने के बाद एक भी विकेट नहीं लिया और उस्मान ख्वाजा व कैमरन ग्रीन ने खुलकर रन बनाए। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन स्टंप्स तक 90 ओवर में 4 विकेट खोकर 255 रन बनाए और अपना दबदबा साबित किया।
गावस्कर ने कहा, 'आखिरी घंटे में गेंदबाजों के प्रयास ने काफी निराश किया। विशेषकर नई गेंद लेने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने खूब रन खर्च किए। ऐसा लग रहा था कि नई गेंद लेने के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज खुलकर अपने शॉट्स लगा रहे हैं। आप जब नई गेंद लेते हैं तो इस तरह का प्रयास नहीं देखना पसंद करेंगे। आपको आक्रामक होकर विकेट लेने के लिए जाना चाहिए था।'
बता दें कि उस्मान ख्वाजा (104*) और कैमरन ग्रीन (49*) ने पांचवें विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी की। ऑस्ट्रेलियाई ओपनर उस्मान ख्वाजा ने भारत के खिलाफ अपना पहला टेस्ट शतक जमाया। वहीं ग्रीन ने 64 गेंदों में नाबाद 49 रन बनाए।
गावस्कर ने कहा, 'मैं जानता हूं कि यह गर्म दिन था और इसमें कोई शक नहीं था। इसके लिए हमारे तेज गेंदबाजों की खूब मेहनत लगी। मगर आपको नई गेंद मिली है और आप देश के लिए खेल रहे हैं। मेरे ख्याल से थोड़ा प्रयास और बेहतर हो सकता था। इसलिए ड्रेसिंग रूम में कोई भी बातचीत कल सुबह हो तो बेहतर रहेगा। गेंदबाजों को खुद सोचने दें कि उन्होंने आज क्या किया है।'
बता दें कि भारतीय टीम को अगर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचना है तो उसे अहमदाबाद टेस्ट को जीतना बेहद जरूरी है। रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय टीम अगर अहमदाबाद टेस्ट जीतने में सफल रही तो उसे सीधे फाइनल में एंट्री मिल जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर उसे न्यूजीलैंड-श्रीलंका सीरीज के नतीजे पर निर्भर रहना होगा।