पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने हाल ही में उस घटना को याद किया जब 2011 विश्व कप जीत के बाद उन्होंने पूर्व कप्तान एमएस धोनी को होटल में पहली बार देखा था।
रैना को एहसास नहीं हुआ था कि धोनी ने अपने बाल मुंडवा लिए हैं और शुरूआत में उन्हें लगा कि वहां कोई अनजान गंजा आदमी बैठा है।
जब रैना करीब गए तो एहसास हुआ कि वो धोनी हैं जो वहां बैठे हैं। रैना ने दूसरी तरफ बालों के ढेर को भी देखा, संभवत: वह मन्नत के थे, जो धोनी ने मानी थी।
गौरव कपूर से द 22 यार्न्स पोडकास्ट पर बातचीत करते हुए सुरेश रैना ने भारत के यादगार 2011 विश्व कप विजेता जश्न के बारे में बताया कि जब मेजबान टीम ने खिताब जीता तो होटल में क्या हुआ था।
सुरेश रैना ने कहा, 'हमें वानखेड़े स्टेडियम से होटल पहुंचने में करीब दो से ढाई घंटे लग गए थे। मैं कमरे में गया, शॉवर लिया और फिर हम बैठे हुए थे। मैंने किसी की तरफ देखा और सोचने लगा कि ये गंजा आदमी कौन है? फिर मुझे एहसास हुआ कि यह एमएस धोनी हैं। बालों का ढेर एक तरफ था और वह दूसरी तरफ बैठे थे। शायद उन्होंने कुछ मन्नत मांगी थी।'
एमएस धोनी की फाइनल में खेली पारी आज भी भारतीय फैंस की यादों में ताजा है
एमएस धोनी ने इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज कराया क्योंकि आईसीसी सफेद गेंद के सभी टूर्नामेंट्स जीतने वाले वह दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं। हालांकि, 2011 विश्व कप फाइनल में धोनी की पारी कोई क्रिकेट फैन नहीं भूल सकता।
भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ 28 साल का सूखा खत्म करने के लिए 275 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। मेहमान टीम ने वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर को जल्दी आउट करके भारतीय टीम पर दबाव बना दिया था।
विराट कोहली और गौतम गंभीर ने साझेदारी करके पारी को संभाला, लेकिन जब कोहली आउट हुए तो भारतीय टीम एक बार फिर मुसीबत में नजर आई। तब एमएस धोनी ने अपना जादू बिखेरा और युवराज सिंह से पहले बल्लेबाजी करने उतरे।
धोनी ने श्रीलंकाई स्पिनर्स पर हावी होना शुरू किया। धीमे-धीमे उन्होंने भारत को खतरे से बाहर निकाला। फिर नुवान कुलसेकरा की गेंद पर छक्का जमाकर भारत को विश्व कप चैंपियन बनाया और यह शॉट क्रिकेट यादों में अमर हो गया है।