भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) को आगामी टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) में टीम इंडिया के मेंटर के रूप में नियुक्त किया गया। बीते कल जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सेक्रेटरी जय शाह ने टीम इंडिया का ऐलान किया, तो उन्होंने साथ में एक बड़ी खबर भी दी। उन्होंने बताया कि एमएस धोनी को आगामी टी20 टूर्नामेंट में भारतीय टीम का मेंटर चुना गया है। इस खबर के बाद सोशल मीडिया से लेकर क्रिकेट जगत तक हर जगह हर कोई अपनी राय देता हुआ नजर आया। लेकिन बीसीसीआई के इस फैसले पर एमएस धोनी के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की गई है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एपेक्स काउंसिल को आज एमएस धोनी के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई। क्योंकि उन्हें टीम इंडिया का मेंटर नियुक्त किया गया है। लोढ़ा समिति के सुधारों में हितों के टकराव (Conflict of Interest) के खंड को ध्यान में रखते हुए यह शिकायत दर्ज की गई है। यह समझा जाता है कि धोनी एक टीम में खिलाड़ी और दूसरी टीम में मेंटर होने के नाते सवालों के घेरे में आते हैं, जिसके लिए स्पष्टता जरुरी है।
मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता, जिन्होंने पहले भी कई खिलाड़ियों और प्रशासकों के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायतों की एक श्रृंखला दर्ज की हुई है। उन्होंने एपेक्स काउंसिल के सदस्यों को एक पत्र भेजा है, जिसमें एमएस धोनी की नियुक्ति हितों के टकराव का उल्लंघन करती है, जिसके तहत एक व्यक्ति दो पद धारण नहीं कर सकता।
एमएस धोनी फ़िलहाल आईपीएल 2021 में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान के पद पर भी नियुक्त है, जिसके चलते यह शिकायत दर्ज की गई है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई न्यूज एजेंसी से इस विषय में बात करते हुए कहा कि हां, संजीव गुप्ता ने सौरव गांगुली और जय शाह सहित एपेक्स काउंसिल के सदस्यों को एक पत्र भेजा है। उन्होंने बीसीसीआई के संविधान के खंड 38 (4) का हवाला दिया है, जिसमें कहा गया है कि एक व्यक्ति दो अलग-अलग पदों पर नहीं हो सकता है। इसके प्रभावों की जांच के लिए एपेक्स काउंसिल को अपनी कानूनी टीम से परामर्श करने की आवश्यकता होगी।