टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का मनाना है कि आगामी कुछ सालों में ज्यादा फ्रैंचाइज़ी टी20 लीग होने के कारण टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखलाओं को कम कर देना चाहिए, जिससे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को आराम मिले और वह इस समय में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेलें। उनके मुताबिक क्रिकेट को अब फुटबॉल के तर्ज पर ढलना चाहिए, जिसमें ज्यादा से ज्यादा टी20 लीग हो, न कि टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज। रवि शास्त्री ने टी20 क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल व ज्यादा से ज्यादा टेस्ट क्रिकेट होने को लेकर भी बड़ी बात कही।
रवि शास्त्री ने द गार्जियन को दिए इंटरव्यू में इस सन्दर्भ में कहा कि मैं कम से कम द्विपक्षीय टी20 क्रिकेट देखना चाहता हूं। फुटबॉल को देखो, आपके पास प्रीमियर लीग, स्पेनिश लीग, जर्मन लीग है। वे सभी बाद में एक साथ चैंपियंस लीग में खेलने आते हैं। फुटबॉल में द्विपक्षीय मुकाबले केवल फ्रेंडली होते है। फुटबॉल में राष्ट्रीय टीमें केवल विश्व कप या विश्व कप क्वालीफाइंग और यूरोपीय चैंपियनशिप, कोपा अमेरिका जैसे अन्य प्रमुख टूर्नामेंट में खेलती हैं। मुझे लगता है कि टी20 क्रिकेट को इसी तरह चलना चाहिए। क्रिकेट खेल को भी विभिन्न देशों में फैलाएं, और इसे ओलंपिक में ले जाएं। अंतरराष्ट्रीय टीमों को टी20 सीरीज कम से कम खेलनी चाहिए और खिलाड़ियों को आराम करने, स्वस्थ होने देना चाहिए। जिससे सभी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए समय दें सकें।
रवि शास्त्री ने कोच की भूमिका टीम इंडिया के लिए बखूबी निभाई है। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में दो बार तो इंग्लैंड में 2-1 से बढ़त हासिल की है। इसके अलावा वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज जीत तो दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैच में जीत प्राप्त की थी। हालांकि उनके नेतृत्व भारतीय टीम कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट जीतने में नाकाम रही है, जिसमें आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मिली करारी हार शामिल रही।
विश्व भर में आईपीएल के अलावा बीबीएल, टी20 ब्लास्ट, पीएसएल जैसी बड़ी लीग हैं, जिसमें कई देशी और विदेशी खिलाड़ी भाग लेते हैं। हालांकि फुटबॉल के तर्ज पर ही चैंपियंस लीग टी20 टूर्नामेंट की शुरुआत हुई लेकिन बाद में इस लीग को रोक दिया गया।