भारतीय टीम के लिए अनेकों खिलाड़ियों ने सलामी बल्लेबाजी की है लेकिन वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) जैसा बेहतरीन और दमदार सलामी बल्लेबाज टीम इंडिया (Team India) को अभी तक नहीं मिला है। वनडे से लेकर टेस्ट क्रिकेट में सभी फॉर्मेट में सहवाग के बल्ले ने छाप छोड़ी। वीरेंदर सहवाग को टीम मैनेजमेंट और कप्तान का भी सपोर्ट मिला लेकिन हाल ही में उनके साथी खिलाड़ी रहे और टीम इंडिया के लिए सलामी बल्लेबाजी कर चुके मुरली विजय (Murali Vijay) ने वीरेंदर सहवाग का जिक्र करते हुए अपने हाल बयाँ किये है। मुरली विजय ने टीम मैनेजमेंट से समर्थन की कमी पर दावा किया कि उन्हें वीरेंद्र सहवाग जैसी आजादी नहीं मिली।
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी डब्ल्यूवी रमन के शो में अपने करियर को लेकर बातचीत करते हुए कहा कि, 'ईमानदारी से कहूं तो वीरेंद्र सहवाग जैसी आजादी मुझे जानबूझकर नहीं दी गई। सहवाग को अपनी जिंदगी में जो कुछ मिला वैसा मुझे नहीं मिला। अगर मुझे उस तरह का समर्थन और खुल कर बातचीत मिल सकती थी, तो मैं भी कोशिश कर सकता था। ईमानदारी की बात यह है कि अच्छे समर्थन से ही आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम के लिए योगदान दे सकते हैं। यह एक उच्च स्तरीय प्रतियोगिता है और आपके पास अलग-अलग तरीकों से प्रयोग करने के ज्यादा मौके नहीं होते।'
मुरली विजय ने सहवाग के साथ खेलने के अपने अनुभव को भी साझा किया, उन्होंने कहा कि सहवाग की बल्लेबाजी को देखकर उन्हें अपनी नेचुरल बल्लेबाजी को नियंत्रित करने में मुश्किल होती थी। मुझे लगता है कि सहवाग जैसा कोई और नहीं खेल सकता था। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया वह अद्भुत था। वो कुछ अलग थे और है, जो मैंने विजुअली देखा है। मुझे उनके साथ बातचीत करने का सौभाग्य मिला। उनके लिए यह बहुत आसान था। उन्होंने अपना मंत्र इतना सरल रखा- गेंद देखें और मारो बस।'