भारत को अपनी कप्तानी में 2012 में अंडर-19 विश्व कप विजेता (ICC U19 World Cup) बनाने वाले उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) ने 28 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। चंद को सीनियर स्तर पर राष्ट्रीय जर्सी पहनने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ। 28 साल के चंद अब अमेरिका में क्रिकेट खेलेंगे।
चंद ने अमेरिका की मेजर लीग क्रिकेट (MLC) के साथ तीन साल का करार किया है। अमेरिका में चंद अपने पुराने अंडर-19 टीम के साथी समित पटेल और हरमीत सिंह के साथ जुड़ेंगे। 2012 में उन्मुक्त चंद ने अंडर-19 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 111 रन की मैच विजयी पारी खेली थी। हालांकि, इसके बाद आगे उनका करियर प्रभावी नहीं रहा।
भारतीय अंडर-19 टीम को विश्व चैंपियन बनाने के अलावा चंद को एक विज्ञापन में एमएस धोनी, विराट कोहली और सुरेश रैना के साथ काम करने का मौका मिला था। चंद के अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद यह विज्ञापन आया था।
संन्यास लेने का बहुत दर्दनाक फैसला है: उन्मुक्त चंद
विश्व कप जीतने के बाद उन्मुक्त चंद ने भारत ए की कुछ समय कप्तानी की, लेकिन 2016 में वह अपनी जगह गंवा बैठे। दिल्ली के लिए वह पहले नियमित रूप से नजर आ रहे थे, लेकिन फिर वह उत्तराखंड की तरफ से खेलने लगे। 2020-21 सीजन में वह दिल्ली लौटे, लेकिन बेंच पर ही बैठे।
चंद के हवाले से क्रिकबज ने कहा, 'यह फैसला मेरे जैसे के लिए बहुत कठिन है, जिसने हमेशा देश के लिए खेलने का सपना देखा था। मेरे लिए यह काफी भावुक समय है क्योंकि सीनियर क्रिकेट के अलावा मैंने अन्य स्तर पर क्रिकेट खेला। मेरे ख्याल से यह बहुत दर्दभरा फैसला था।'
चंद ने आगे कहा, 'मगर पिछले कुछ साल मेरे बिलकुल भी अच्छे नहीं रहे। अन्य चीजों के साथ मैंने काफी संघ राजनीति का सामना किया। मैं इन चीजों के चलते ज्यादा क्रिकेट नहीं खेल सका और यही वजह है कि मैं इस फैसले पर पहुंचा। अब अमेरिका में कुछ अच्छा क्रिकेट खेलूंगा। मैं बीसीसीआई को इतने सालों में उनके समर्थन देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे वो क्रिकेटर बनाया, जो आज मैं हूं।'