सचिन, अजहर या गांगुली? पूर्व दिग्‍गज तेज गेंदबाज ने चुना सर्वश्रेष्‍ठ भारतीय कप्‍तान

सौरव गांगुली (बाएं), सचिन तेंदुलकर और मोहम्‍मद अजहरुद्दीन
सौरव गांगुली (बाएं), सचिन तेंदुलकर और मोहम्‍मद अजहरुद्दीन

90 के दशक में भारतीय टीम के सबसे प्रभावी तेज गेंदबाजों में से एक वेंकटेश प्रसाद ने अपने करियर के दौरान कई दिग्‍गजों मोहम्‍मद अजहरुद्दीन, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की कप्‍तानी में खेला है। 1996 विश्‍व कप के सेमीफाइनल में आमिर सौहेल के साथ यादगार विवाद को लेकर पहचाने जाने वाले वेंकटेश प्रसाद ने अपने अंतरराष्‍ट्रीय करियर के दौरान सर्वश्रेष्‍ठ भारतीय कप्‍तान का नाम बताया, जिनके नेतृत्‍व में उन्‍होंने खेला है।

वेंकटेश प्रसाद ने अपने करियर की शुरूआत मोहम्‍मद अजहरुद्दीन की कप्‍तानी में की और जब सौरव गांगुली कप्‍तान बने, तब तक तेज गेंदबाज ने संन्‍यास की घोषणा कर दी थी। अजहरुद्दीन और गांगुली के अलावा पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने मास्‍टर ब्‍लास्‍टर सचिन तेंदुलकर के नेतृत्‍व में भी अपना जलवा बिखेरा है। प्रसाद से हाल ही में पूछा गया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके लिए सर्वश्रेष्‍ठ कप्‍तान कौन है।

वेंकटेश प्रसाद ने अजहर को चुना

द ग्रेड क्रिकेटर पोडकास्‍ट में बातचीत करते हुए वेंकटेश प्रसाद ने खुलासा किया कि वह हमेशा सहज रहे जब भारतीय राष्‍ट्रीय टीम के कप्‍तान अहजर रहे। टीम इंडिया के लिए वनडे में सबसे ज्‍यादा विकेट लेने वाले पांचवें तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने साथ ही समझाया कि अपने खेलने वाले दिनों में अजहर बाकी भारतीय कप्‍तानों से अलग क्‍यों थे।

वेंकटेश प्रसाद के हवाले से कहा गया, 'मैं यहां बहुत व्‍यवहार कुशल जवाब दे सकता हूं। मैं आसानी से कह सकता हूं कि देखिए हर कोई अपने मायने में अलग है। मगर मैं हमेशा सहज रहा जब अजहर कप्‍तान थे क्‍योंकि वह सिर्फ आपकी तरफ गेंद फेंकते थे और पूछते थे कि क्‍या फील्‍ड चाहिए। और जब मैं फील्‍ड सेट करूं, तो उस फील्ड के मुताबिक गेंदबाजी करने की जिम्‍मेदारी मेरी होती थी। तो इस तरह हमारी जमती थी।'

1994 से 1996 तक अजहरुद्दीन के नेतृत्‍व वाली भारतीय टीम का प्रसाद हिस्‍सा रहे। अजहर ने कुल 174 मैचों में भारतीय टीम की कप्‍तानी की और उनके नेतृत्‍व में एशियाई दिग्‍गज टीम 90 मैच जीतने में कामयाब रही। प्रसाद ने टेस्‍ट क्रिकेट में 96 विकेट चटकाए जबकि वनडे में उन्‍होंने 196 विकेट झटके।

Quick Links