एकदिवसीय क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी (ICC ODI World Cup 2023) इस बार भारत के हाथ में है। अक्टूबर-नवंबर के महीने में होने वाले इस विश्व कप के लिए आईसीसी ने शेड्यूल भी जारी कर दिया है। अब क्रिकेट विशेषज्ञों की राय भी आने लगी है। इसी क्रम में 2011 विश्व कप विजेता और पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने विश्व कप 2023 में टीम इंडिया (Team India) के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की भूमिका के बारे में बात करते हुए कहा कि,
"हमारे समय में अच्छी बात यह थी कि गैरी कर्स्टन ने हमें अपनी इच्छानुसार अभ्यास करने की अनुमति दी थी। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि वीरेंद्र सहवाग सचिन तेंदुलकर की तरह खेलते हैं और बहुत सारी गेंदों का सामना करते हैं।"
सहवाग ने आगे कहा कि,
"ऐसे में इन चीजों को पहचानना भारतीय टीम प्रबंधन और उनके स्टाफ के लिए महत्वपूर्ण होगा। इन पहलुओं की पहचान करने में राहुल द्रविड़ की बड़ी भूमिका होगी, जैसे किसे कितना अभ्यास करना चाहिए, किसे ब्रेक की जरूरत है और मैं अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कैसे प्राप्त कर सकता हूं।"
राहुल द्रविड़ खुद नहीं खेल सकते
भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि अब एक कोच के रूप में राहुल द्रविड़ की प्रतिष्ठा खिलाड़ियों के हाथ में होगी। उन्होंने कहा कि,
"एक बार जब कोई खिलाड़ी मैदान पर उतर जाता है, तो कोच का सम्मान खिलाड़ी के हाथों में होता है। इसलिए यदि वह अच्छा खेलता है, तो कोच की प्रशंसा की जाएगी और यदि ऐसा नहीं होता है, तो कोच की आलोचना की जाएगी। हम डब्लूटीसी फाइनल में पहुंच गए और कोई भी इसके बारे में बात नहीं कर रहा है कि फाइनल में पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि है और वह भी लगातार। हर कोई हार के बारे में बात कर रहा है।"
सहवाग के मुताबिक कोच खिलाड़ी को नहीं बल्कि, खिलाड़ी कोच को बनाते हैं, जैसे कि 2011 की टीम इंडिया ने गैरी कर्स्टन को बनाया था। उन्होंने कहा कि,
"राहुल द्रविड़ एक महान कोच और खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन वो खुद मैदान पर जाकर नहीं खेल सकते। अगर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है, तो द्रविड़ की प्रशंसा की जाएगी। कोच किसी को नहीं बनाता है। कोच खिलाड़ी द्वारा बनाया जाता है, जैसे हमने 2011 विश्व कप जीतकर गैरी कर्स्टन को बनाया था। कर्स्टन और भी कई स्थानों पर गए हैं, लेकिन आईपीएल छोड़कर कुछ नहीं जीता, और वहां भी उनके साथ (आशीष) नेहरा थे।"