पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर यासिर अराफात भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की विनम्रता की तारीफ की। लंदन में सात साल पहले द्रविड़ के साथ मुलाकात को याद करते हुए अराफात ने खुलासा किया कि पूर्व भारतीय कप्तान ने एक बार सिर्फ उनसे बातचीत के लिए अपनी कैब छोड़ दी थी।
अराफात अपने करियर के दूसरे चरण में टी20 विशेषज्ञ बन गए थे और इंग्लैंड के टी20 ब्लास्ट प्रतियोगिता में विभिन्न काउंटी के लिए खेला। 2014 में राहुल द्रविड़ को भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट के लिए लॉर्ड्स मैदान पर रिंग बजाने जाना था। उस समय अराफात भी लंदन में थे और उन्होंने द्रविड़ को स्टेडियम के करीब देखा।
स्पोर्ट्स यारी को दिए इंटरव्यू में अराफात ने कहा, 'राहुल द्रविड़ लॉर्ड्स में कमेंट्री के लिए आए थे। मैच के बाद वह स्टेडियम से जा रहे थे। उन्होंने टैक्सी ली और उसमें लगभग बैठ गए थे। जब मैंने आवाज लगाई, 'राहुल भाई।' उन्होंने मेरी आवाज सुनी और ड्राइवर को भेज दिया। उन्होंने मुझसे बातचीत के लिए कैब छोड़ दी।'
अराफात ने आगे कहा, 'मैंने पाकिस्तान के लिए ज्यादा क्रिकेट नहीं खेली थी। तब भी राहुल भाई ने मुझसे 10-15 मिनट बात की। उन्होंने मुझसे मेरे क्रिकेट और परिवार के बारे में पूछा। मुझे बहुत अच्छा महसूस हुआ।'
इसी इंटरव्यू में यासिर अराफात ने याद किया कि कैसे उन्होंने एक बार राहुल द्रविड़ की जगह ली थी। 2003 में द्रविड़ विदेशी खिलाड़ी के रूप में स्कॉटलैंड के लिए काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे। हालांकि, 2004 में उन्होंने ब्रेक लिया और स्कॉटलैंड ने उनके विकल्प के रूप में यासिर अराफात को अपने साथ शामिल किया।
राहुल द्रविड़ का विकेट मेरे करियर का सबसे खास: यासिर अराफात
यासिर अराफात ज्यादातर घरेलू टी20 लीग में व्यस्त रहे। उन्होंने पाकिस्तान के लिए केवल 3 टेस्ट खेले। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने अपने टेस्ट करियर की शुरूआत भारत के खिलाफ एक पारी में पांच विकेट लेकर की थी। उनका पहला विकेट राहुल द्रविड़ ही था। अराफात इसे अपने पूरे करियर का सबसे खास विकेट मानते हैं।
यासिर अराफात ने कहा, 'अपने टेस्ट डेब्यू में राहुल द्रविड़ का विकेट लेना मेरे लिए बड़ी उपलब्धि थी। मैं कह सकता हूं कि राहुल द्रविड़ का विकेट मेरे करियर का सबसे खास विकेट है।'