पूर्व भारतीय खिलाड़ी दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) ने वेस्टइंडीज (WI vs IND 2023) के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में शतक लगाने वाले युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) की जमकर प्रशंसा की हैं। वेंगसरकर ने कहा है कि डेब्यू मैच में जायसवाल का बल्लेबाजी का तरीका आदर्शपूर्ण था।
जायसवाल ने डॉमनिका में खेले अपने पहले टेस्ट में 171 रनों की यादगार पारी खेली। इसके साथ ही वो भारत की तरह से विदेशी सरजमीं पर डेब्यू मैच में सर्वाधिक स्कोर दर्ज करने वाले सलामी बल्लेबाज भी बने।
मैंने उनसे इस अवसर को हाथ से ना जाने देने की बात कही थी– दिलीप वेंगसरकर
टेलीग्राफ के साथ बातचीत करते हुए, वेंगसरकर ने कहा कि जब जायसवाल ने उनसे अपने डेब्यू टेस्ट से पहले बात की थी, तो उन्होंने उनसे यही कहा था कि वे इस मौके को पूरी तरह से भुनाए और हाथ से ना जाने दे। वेंगसरकर ने कहा,
मैंने उन्हें मौके की महत्वपूर्णता के बारे में याद दिलाया और उन्हें कहा कि वह इसे ऐसे ही ना जाने दें, बल्कि इसे दोनों हाथों से पकड़ लें। मैंने उन्हें यह भी कहा कि वे निरंतरता बनाए रखें क्योंकि इस स्तर पर निरंतरता मायने रखती है। मेहनत करें और केंद्रित रहें, और फिर चीजें खुद सही जगह पर स्थान ले लेंगी।
वेंगसरकर ने आगे जायस्वाल की क्षमता पर संतुष्टि व्यक्त की, जिससे प्रारंभ से ही वह अपनी पहचान स्थापित करने में समर्थ रहे। उन्होंने ने ये भी माना कि युवा क्रिकेटर ने खुद को आदर्शपूर्ण तरिके से प्रदर्शित किया और जबरदस्त अनुशासन दिखाया। वेंगसरकर ने कहा,
मुझे खुशी है कि उन्होंने पहले मौके पर अपनी पहचान स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है। उनका खुद को लागू करने का तरीका आदर्शपूर्ण था, और जायसवाल द्वारा दिखाए गए अनुशासन और संकल्प उनके करियर में उन्हें बहुत आगे ले जाएगा।
बता दें कि भारत ने वेस्टइंडीज को दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में बुरी तरह से शिकस्त देते हुए पारी और 141 रनों से हरा दिया। टीम इंडिया की तरफ से रविचंद्रन अश्विन ने मैच में कुल 12 विकेट लिए, जबकि जायसवाल को उनकी शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। सीरीज का आखिरी मैच 20 जुलाई को त्रिनिदाद में खेला जाएगा।