भारत (India Cricket Team) ने वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट सीरीज जीतकर शुरुआत की। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने दो मैचों की सीरीज 1-0 से जीती। कैरेबियाई टीम (West Indies Cricket Team) अपनी घरेलू सरजमीं पर भी मेहमान टीम के सामने संघर्ष करती नजर आई।
हालांकि, वेस्टइंडीज ने लाल गेंद क्रिकेट में अपनी स्थिति सुधारने के लिए कुछ युवाओं को मौका दिया, जिन्होंने साबित किया कि वो प्रतिभावान है। वेस्टइंडीज क्रिकेट को पटरी पर लौटाने के लिए भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने एक अहम सुझाव दिया है। पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में कहा, 'अच्छी बात यह है कि लाल गेंद क्रिकेट में दिखा कि कैरेबियाई टीम में प्रतिभा है। हमने देखा कि युवा खिलाड़ी आए। मगर वेस्टइंडीज की टेस्ट टीम को सफल या प्रतिस्पर्धी कैसे बनाएं। उन्हें इस प्रारूप को ज्यादा से ज्यादा खेलने की जरुरत है।'
बता दें कि वेस्टइंडीज के कई क्रिकेटर्स दुनियाभर की टी20 लीग में हिस्सा लेते हैं और पैसों को कमाने के लिए छोटे प्रारूप पर ज्यादा ध्यान देते हैं। दीप दासगुप्ता ने मैच प्रैक्टिस का महत्व बताया और साथ ही ध्यान दिलाया कि कैसे बीसीसीआई मदद का हाथ आगे बढ़ा सकता है। दासगुप्ता ने कहा कि भारत के प्रमुख घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को हिस्सा लेने देना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'अगर बीसीसीआई सहमत हो तो वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी खेलने दिया जा सकता है। आप चाहते हैं कि वो टीम ज्यादा से ज्यादा प्रतिस्पर्धी टीमों के खिलाफ टेस्ट मैच खेले। साफ तौर पर कहें तो टॉप-4 या 5 टीमों के खिलाफ खेलते हुए देखना चाहते हैं। मगर कभी यह संभव नहीं हो पाता है।'
बंगाल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, 'इससे मुझे ख्याल आया कि वेस्टइंडीज अपने चार-पांच खिलाड़ी खोज ले और बीसीसीआई उन्हें भारत में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में हिस्सा लेने देने के लिए अनुमति दे तो चीजें बदल जाएंगी। भारत में 38 फर्स्ट क्लास टीमें हैं, जो आसानी से चार-पांच खिलाड़ियों को मौका दे सकती है। इससे वेस्टइंडीज क्रिकेट की बड़ी मदद होगी और वो ज्यादा प्रतिस्पर्धी होंगे।'
पता हो कि रणजी ट्रॉफी में किसी विदेशी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को खेलने की अनुमति नहीं मिलती है। ऐसे में किसी को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। अगर भविष्य में इस तरह की कोई योजना बनती है तो निश्चित ही वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को फायदा मिलेगा।