भारतीय टीम (India Cricket Team) ने गुरुवार को तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में वेस्टइंडीज (West Indies Cricket Team) को 163 गेंदें शेष रहते 5 विकेट से मात दी। बारबाडोस में खेले गए मुकाबले में वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी की और पूरी टीम केवल 23 ओवर में 114 रन पर ढेर हो गई। जवाब में भारत ने 22.5 ओवर में 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा कि उन्हें इसका जरा भी अंदाजा नहीं था कि पिच इस तरह बर्ताव करेगी। रोहित शर्मा ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो मैंने बिलकुल भी नहीं सोचा था कि पिच इस तरह खेलेगी। यह टीम की जरुरत थी कि हम अपने सामने स्कोर रखे, लेकिन नहीं पता था कि पिच इस तरह खराब होगी। हमने सोचा नहीं था कि वेस्टइंडीज को कम स्कोर पर रोक लेंगे।'
रोहित शर्मा ने पहले वनडे में ओपनिंग नहीं की। बल्लेबाजी क्रम में बदलाव के बारे में बात करते हुए भारतीय कप्तान ने कहा, 'हमने कहा था कि हम युवाओं को मौका देना चाहते हैं। लगा नहीं था कि हम पांच विकेट गंवा देंगे, लेकिन युवाओं को अवसर देने का यह अच्छा मौका था। मुझे लगता है कि कैरेबियाई टीम को 114 रन पर रोकने से हमारी स्थिति मजबूत हुई। हमें इसकी जरुरत थी ताकि जिन खिलाड़ियों ने पिछले कुछ सप्ताह में ज्यादा मैच नहीं खेले, उन्हें मौका दे सके।'
रोहित शर्मा से पूछा गया कि उन्हें याद है कि आखिरी बार सात नंबर पर बल्लेबाजी करने कब उतरे थे? इस पर 36 साल के खिलाड़ी ने जवाब दिया कि मेरा तब डेब्यू मैच था। भारतीय कप्तान ने डेब्यूटेंट मुकेश कुमार की भी तारीफ की।
रोहित शर्मा ने कहा, 'मुकेश कुमार ने शानदार प्रदर्शन किया। टेस्ट में भी हमने देखा कि वो नई गेंद को स्विंग कराते हैं। उनके पास गति है और वह निरंतर बेहतर करने की कोशिश करते हैं। तो हम देखना चाहते हैं कि वो क्या कर सकते हैं। उन्हें ज्यादा देखा नहीं है तो यह देखकर अच्छा लगा कि वो सफेद गेंद के साथ क्या कर सकते हैं। भले ही परिस्थितियां आपके पक्ष में हो तब भी आपको बेहतर गेंदबाजी करनी होगी। हां इशान किशन ने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया।'