भारत और वेस्टइंडीज (WI vs IND) के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मैच पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला जा रहा है। इस मुकाबले में भारत की ओर से तेज गेंदबाज मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) को टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला। मुकेश कुमार भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 308वें खिलाड़ी बने। इससे पहले डोमिनिका टेस्ट में यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) और इशान किशन (Ishan Kishan) का टेस्ट डेब्यू हुआ था।
29 वर्षीय मुकेश कुमार को रविचंद्रन अश्विन के हाथों अपनी टेस्ट डेब्यू कैप मिली। पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद उन्होंने होटल पहुंचने के बाद सबसे पहले अपनी माँ से फोन पर बात की जिसका वीडियो बीसीसीआई (BCCI) ने सोशल मीडिया पर साझा किया है।
बता दें कि मुकेश कुमार मूल रूप से गोपालगंज, बिहार के रहने वाले हैं और वह घरेलू क्रिकेट में बंगाल के लिए खेलते हैं। 22 जुलाई, शनिवार को बीसीसीआई ने उनका एक खास वीडियो शेयर किया। वीडियो में मुकेश कुमार ने बताया, आज मुझे ये 308 नंबर वाली कैप मिली, अश्विन भाई ने दी। मेरे जीवन का आज सबसे खास दिन था, इतने सालों की मेहनत का आज फल मिला। उसके बाद उन्होंने अपनी माँ को फोन लगाया। फिर माँ को प्रणाम करने के बाद भोजपुरी में बात करते हुए मुकेश ने बताया, 'इतने साल जो तुमने मेरे लिए पूजा पाठ की उसकी बदौलत आज मुझे देश के लिए खेलने का मौका मिला है।'
उसके बाद उन्होंने बताया कि मेरी माँ कह रही हैं कि, तुम हमेशा खुश रहो और आगे बढ़ते रहो। मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है। उन्हें ये नहीं पता कि भारत के लिए खेलना क्या होता है। वो बस ये चाहती हैं कि मैं हमेशा आगे बढ़ता रहूं।
वीडियो को साझा करते हुए बीसीसीआई ने कैप्शन में लिखा,
कोई सपना छोटा नहीं होता। अपने टेस्ट डेब्यू के बाद मुकेश कुमार का अपनी मां को किया गया फोन सभी के दिलों को छू गया।
मुकेश कुमार के क्रिकेटर बनने में उनकी माँ ने निभाया अहम रोल
गौरतलब है कि मुकेश कुमार के पिता की मृत्यु के बाद उनकी माँ ने ही अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए उनका साथ दिया। मुकेश ने बताया कि, आज का दिन मेरे और मेरी के लिए बेहद खास है। सुबह मेरा डेब्यू हुआ और शाम को अपनी से बात कर रहा हूँ। उनसे बात करते हुए मेरे हाथ कांप रहे हैं और समझ नहीं आ रहा क्या बोलूं। वो मुझे हमेशा अपने कलेजे का टुकड़ा बनाकर रखती हैं।