भारत (Indian Cricket Team) और ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के बीच इंग्लैंड के ओवल मैदान में खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) के चौथे दिन भारत की दूसरी पारी के दौरान एक बड़े विवाद ने तब जन्म ले लिया, जब भारत की दूसरी पारी के दौरान टीम इंडिया के ओपनर शुभमन गिल (Shubman Gill) को एक विवादस्पद तरीके से थर्ड अंपायर ने आउट करार दे दिया।
स्कॉट बोलैंड की गेंद पर गिल के बल्ले के बाहरी किनारे से लग कर गेंद तीसरी स्लिप में खड़े कैमरन ग्रीन की तरफ गई, जिन्होंने अपनी बाईं ओर छलांग लगाते हुए अपने बाएंं हाथ से गेंद को कैच करने का दावा किया, मैदानी अंपायर को यह कैच संदेहपूर्ण लगा, जिसके बाद उन्होंने इस कैच को सही प्रमाणित करने के लिए निर्णय को थर्ड अंपायर को रेफर किया। रिप्ले को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि शायद गेंद का कुछ हिस्सा जमीन से टकरा रहा है, मगर थर्ड अंपायर ने कई एंगल से देखने के बाद गिल को आउट करार दे दिया।
इस विवादास्पद निर्णय के बाद क्रिकेट के दिग्गज और जानकार इस कैच पर अपनी-्अपनी राय रख रहे हैं, और कोई इसे थर्ड अंपायर का गलत फैसला बता रहा है, तो कोई सही। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी इस प्रकरण पर अपनी राय रखी है।
मेरे ख्याल से थर्ड अंपायर ने सही फैसला लिया - रिकी पोंटिंग
पोंटिंग ने आईसीसी से बात करते हुए इस विवादास्पद निर्णय पर अपने दृष्टिकोण को रखा और कहा,
जब मैंने इसे लाइव देखा, तो मुझे यकीन था कि यह पूरी तरह से उस तक पहुंची है, मगर मैं सभी रिप्ले से उसके बाद की क्रिया के बारे में सुनिश्चित नहीं था, जिन्हें हमने देखे हैं। मेरा मानना है कि गेंद का कुछ हिस्सा वास्तविकता में जमीन को छू गया था, मगर अंपायर का ये मानना था कि यदि गेंद को जमीन से छूने से पहले फील्डर गेंद के साथ पूरी नियंत्रण में है, तो उसे आउट माना जाता है और शायद यही अंपायर की व्याख्या थी, और मेरा भी मानना है कि वास्तव में ऐसा ही हुआ है। गेंद जमीन से लगभग छह या आठ इंच ऊंची थी, और इसके बाद एक और क्रिया हुई। मुझे यकीन है कि इस पर बहुत चर्चा होगी और शायद ऑस्ट्रेलिया से कई अधिक भारत में इसकी चर्चा होगी। मगर आखिरकार मुझे लगता है कि थर्ड अंपायर द्वारा संभवतः सही निर्णय लिया गया।