बुधवार से भारत (Indian Cricket Team) और ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के बीच इंग्लैंड के ओवल मैदान में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल का आगाज होने जा रहा। इस बड़े मुकाबले से पहले क्रिकेट के जानकर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली इस खिताबी भिड़ंत का विश्लेषण कर रहे हैं और दोनों टीमों के बीच अबतक खेले गए मुकाबलों का आंकड़ा खंगाल रहे हैं।
इस बीच भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का भी एक पुराना वीडियो बाहर आया है, जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने को लेकर बात की है। गांगुली ने अपने इस वीडियो में खुलासा करते हुए बताया है कि कैसे रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) द्वारा नेतृत्व ऑस्ट्रेलियाई टीम उनकी टीम को अपने सर्वश्रेष्ठ खेल को बाहर लाने में मदद करती थीं। उनके खिलाफ अच्छा खेलना किसी भी टीम के लिए उनके खेल का एक मापदंड था, क्योंकि 2000 के दशक में ऑस्ट्रेलियाई टीम सबसे बेहतरीन थी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के दबदबे का अंदाजा ऐसे भी लगाया जा सकता है कि इस टीम ने 1999 से लेकर 2007 तक के बीच में लगातार 3 बार 50 ओवरों का विश्व कप जीता। 1999 में स्टीव वॉ कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया दूसरी बार विश्व विजेता बना, तो वहीं, रिकी पोंटिंग ने टीम को ये ख्याति तीसरी (2003) और चौथी बार (2007) अपनी कप्तानी में दिलाई। इस दबदबे वाले दौर में केवल सौरव गांगुली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को चुनौती देने के नजदीक आई।
ऑस्ट्रेलिया के सामने अच्छा खेलना खुद को भांपने का मापदंड था - सौरव गांगुली
स्टार स्पोर्ट्स द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में इस बाएं हाथ के पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि,
वे वास्तव में एक बहुत अच्छी टीम थीं। जब आप उन्हें हराते है, जब आप उनके खिलाफ अच्छा खेलते है, जब आप उनके खिलाफ रन बनाते है, तब आप महसूस करते है कि आप वाकई में कितने अच्छे हैं। 2001 की श्रंखला में शायद इस कारण ही भारत को मदद मिली थी, जब हम मुंबई में जीते थे। हमने कोलकाता में भी जीत हासिल की। लोग 70 के दशक के वेस्टइंडीज टीम की बात करते हैं। मैंने उन्हें नहीं देखा। मैंने रिकी पोंटिंग को देखा है, उनकी साइड को देखा है। वो आपको अब तक की सबसे बेहतरीन टीम लगेगी। सभी टीमों के लिए, खास कर हमारे लिए, यह हमारे अच्छे खेल को भांपने का मापदंड था कि हम कितने अच्छे थे।