जहीर खान (Zaheer Khan) ने सलाह दी कि भारतीय टीम (India Cricket team) के कार्यवाहक कप्तान ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket team) के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) से गेंदबाजी कोटा पूरा नहीं कराकर रणनीतिक गलती कर दी।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में भारत की सात विकेट की हार के बाद क्रिकबज से बातचीत करते हुए जहीर खान ने कहा कि चहल शायद मेजबान टीम के पक्ष में मैच मोड़ देते। उन्होंने कहा कि दूसरे हाफ में लेग स्पिनर अहम विकेट दिला सकते थे।
पूर्व तेज गेंदबाज ने ध्यान दिलाया कि चहल में कुछ महंगे ओवर करने के बाद भी दमदार वापसी करने की क्षमता है। यही वजह है कि उनका मानना था कि पंत को चहल से गेंदबाजी कराना चाहिए थी जब डेविड मिलर और रासी वान डर डुसैन भारतीय गेंदबाजों पर हावी हो रहे थे।
जहीर खान ने कहा, 'चहल के कोटे के पूरे ओवर नहीं उपयोग करना ऐसी चीज है, जिस पर पंत को ध्यान देने की जरूरत है और टीम प्रबंधन को इस बारे में बात करना चाहिए। हमने उन्हें ऐसा करते देखा है। हमने देखा कि चहल का मुश्किल दिन हो, लेकिन उनमें वापसी करके विकेट दिलाने की क्षमता है।'
जहीर खान ने आगे कहा, 'भारतीय टीम को जरूरत थी कि मैच जीतना है तो विकेट गिराएं। यह फैसला आपके हाथों में था। शायद अक्षर पटेल के आखिरी ओवर ने पंत को संकेत दिया हो कि स्पिन सही विकल्प नहीं है। मगर चहल की क्षमता ज्यादा है।'
खान ने कहा कि 10 ओवर के बाद भारतीय गेंदबाज दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे। उन्होंने ध्यान दिलाया कि मेहमान टीम ने अहम समय पर जरूरत का रन रेट बढ़ने नहीं दिया, जिससे लक्ष्य का पीछा करना आसान हो गया।
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, '10 ओवर के समय दक्षिण अफ्रीका को साढ़े 12 रन प्रति ओवर की जरूरत थी। हम उम्मीद कर रहे थे कि आगे चलकर इसमें बढ़ोतरी होगी। जब जरूरी रन रेट 14-15 तक पहुंच जाएगा तो इससे विरोधी टीम पर दबाव बढ़ेगा और विकेट गिरेंगे। मगर भारतीय गेंदबाज ऐसा नहीं कर सके।'
बता दें कि अरुण जेटली स्टेडियम में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करके 211 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने पांच गेंदें शेष रहते तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। डेविड मिलर (64*) और रासी वान डर डुसैन (75*) दक्षिण अफ्रीका की जीत के हीरो रहे।