ताबिश खान ने 36 साल की उम्र में टेस्ट पाकिस्तान क्रिकेट टीम के टेस्ट डेब्यू किया। ताबिश खान टेस्ट डेब्यू करने वाले पाकिस्तान के दूसरे सबसे उम्रदराज और 245वें क्रिकेटर बने। तेज गेंदबाज ताबिश खान को जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में शुरू हुए दूसरे टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला।
ताबिश खान को फहीम अशरफ की जगह शामिल किया गया। ताबिश खान ने घरेलू क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन किया और 137 फर्स्ट क्लास मैचों में 24.29 की औसत से 598 विकेट लिए हैं। ताबिश खान को टेस्ट डेब्यू कैप हेड कोच और पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक ने सौंपी।
ताबिश ने टेस्ट कैप लेने के बाद कहा, 'मेरे पास कहने को कोई शब्द नहीं है। पाकिस्तान में कोई भी युवा क्रिकेट खेलना शुरू करता है तो किसी दिन विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करना चाहता है। यह लंबी यात्रा रही, लेकिन आज मेरा सपना पूरा हुआ। मैं बहुत खुश हूं और इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मेरे सीने में पाकिस्तान का स्टार है, जो मुझे 110 प्रतिशत तक बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।'
2002-03 में फर्स्ट क्लास डेब्यू करने वाले ताबिश खान ने करीब दो दशक तक पेशेवर क्रिकेट खेली। उन्हें रेड बॉल क्रिकेट में ज्यादा सफलता मिली जबकि 2018 के बाद से उन्होंने सीमित ओवर क्रिकेट नहीं खेला। सिंध के खिलाड़ी ने 2018 में पाकिस्तान सुपर लीग में कराची किंग्स का प्रतिनिधित्व किया था।
पाकिस्तान के दूसरे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी
ताबिश खान पाकिस्तान की तरफ से 67 सालों में टेस्ट डेब्यू करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं। वो पाकिस्तान के लिए टेस्ट डेब्यू करने वाले दूसरे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने हैं। यह रिकॉर्ड मीरन बुक्स के नाम दर्ज है। ऑफ स्पिनर ने 1954-55 में भारत के खिलाफ लाहौर में टेस्ट डेब्यू किया था और तब उनकी उम्र 47 साल व 284 दिन की थी।
क्रिकेट के सभी प्रारूपों की बात करें तो तबीश खान डेब्यू करने वाले तीसरे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं। 2015-16 में यूएई में इंग्लैंड-पाकिस्तान सीरीज के दौरान रफातुल्लाह मोहम्मद ने 39 की उम्र में टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था। तबीश खान अपने डेब्यू मैच को यादगार बनाकर पाकिस्तान को जीत दिलाना चाहेंगे। पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टी20 आई और वनडे सीरीज जीती थी। इसके बाद जिम्बाब्वे में पाकिस्तान ने पहला टेस्ट जीता और उससे पहले टी20 इंटरनेशनल सीरीज भी अपने नाम की।