भारत 18 जुलाई से श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ व्हाइट-बॉल असाइनमेंट शुरू करेगा और सीमित ओवर क्रिकेट के दोनों प्रारूप में तीन-तीन मैच खेलेगा। छह अनकैप्ड भारतीयों की एक युवा टीम पहली कॉल-अप में अपनी क्षमता दिखाने के लिए तैयार है और इसका नेतृत्व अनुभवी बल्लेबाज शिखर धवन करेंगे। महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) मुख्य कोच की क्षमता में युवा टीम के साथ पूरी तरह तैयार हैं। टीम इंडिया में चुने गए नितीश राणा ने राहुल द्रविड़ को लेकर बयान दिया है।
स्टार स्पोर्ट्स पर नितीश राणा ने कहा कि मैंने सुना है कि राहुल द्रविड़ एक कोच के रूप में इस तरह हैं, जैसे वे खिलाड़ी के रूप में थे। काश मैं अपने भीतर राहुल द्रविड़ का एक प्रतिशत भी धैर्य ला पाता हूँ, तो यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
नितीश राणा की तरह चेतन सकारिया ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। सकारिया ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी विरोधी टीमों के समय वह इतने दृढ़ निश्चयी कैसे थे, दबंग क्रिकेट खेला। मैं समझना चाहता हूं कि उन्होंने उन्हें कैसे परेशान किया और कैसे वह अपने दृढ़ संकल्प के साथ इतना कुछ हासिल कर सके। मैं उस मानसिकता के पीछे जाने वाली प्रक्रिया को सीखना और समझना चाहता हूं।
राहुल द्रविड़ अपने धैर्य के लिए जाने जाते हैं और यह उनके खेलने के समय से देखा गया है। बतौर खिलाड़ी भी वह बल्लेबाजी और फील्डिंग के दौरान शांत मुद्रा में रहते थे और अपना काम बखूबी करते थे। यही कुछ वह अपनी कोचिंग में करते हैं। खिलाड़ियों को सिखाने के दौरान भी वह उसी अप्रोच के साथ जाते हैं। यही कारण है कि अंडर 19 और भारत ए की टीमों को कोचिंग देते हुए उन्होंने कई धाकड़ खिलाड़ी तैयार किये। पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल जैसे नाम द्रविड़ की कोचिंग में खेलते थे और अब राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं।