रविवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज (IND vs NZ) का दूसरा मुकाबला लखनऊ में खेला गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर जीत दर्ज की और सीरीज को 1-1 से बराबर करने में सफलता पाई। टॉस जीतकर न्यूजीलैंड के कप्तान मिचली सैंटनर ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन कीवियों की बल्लेबाजी खास नहीं रही और पूरे ओवर खेलने के बावजूद टीम 99/8 का ही स्कोर बना पाई। सभी को लगा था कि भारत लक्ष्य आसानी से हासिल कर लेगा लेकिन न्यूजीलैंड के स्पिनर्स ने भारतीय बल्लेबाजों को भी मुश्किल में डाला। हालाँकि, अंत में भारत ने जीत दर्ज करने कर ली।
लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी एकाना स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों के लिए कुछ ज्यादा ही मुश्किल साबित हुई। मैच के बाद, दोनों टीमों के कप्तान ने यह बात स्वीकार की। वहीं, हार्दिक पांड्या ने तो इस पिच को टी20 के लिए आदर्शन नहीं बताया और थोड़ा नाराज दिखाई दिए।
एक टी20 मुकाबले में सर्वाधिक गेंदों के होने के बावजूद छक्का नहीं लगने का बना रिकॉर्ड
पिच की मुश्किल को इसी बात से समझा जा सकता है कि दोनों टीमों की पारी में दर्शकों को एक भी छक्का देखने को नहीं मिला। छक्के मारने में माहिर सूर्यकुमार यादव 31 गेंदों का सामना किया लेकिन उनके बल्ले से भी महज एक चौका ही देखने को मिला, जो साफ़ दर्शाता है कि पिच का मिजाज क्या था।
इस तरह एक भी छक्का न लगने से टी20 अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर एक चौंकाने वाला रिकॉर्ड देखने को मिला। भारत-न्यूजीलैंड मुकाबला उस लिस्ट में सबसे ऊपर पहुँच गया है, जहाँ सबसे ज्यादा गेंदें डाली गईं लेकिन एक भी छक्का देखने को नहीं मिली। इस मुकाबले में दोनों पारियों को मिलाकर कुल 239 गेंदों का खेल हुआ लेकिन एक भी गेंद पर छक्का नहीं लगा।
इससे पहला यह रिकॉर्ड 2021 में मीरपुर में बांग्लादेश-न्यूजीलैंड के बीच खेले गए टी20 मुकाबले में देखने को मिला था। उस मुकाबले में 238 गेंदें हुईं थी लेकिन एक भी बल्लेबाज गेंद को सीमा रेखा के बाहर नहीं मार पाया था।