श्रीलंका को पाकिस्तान के खिलाफ 5 वन-डे मैचों में करारी हार झेलने के बाद उनके कप्तान उपुल थरंगा ने टी20 के लिए पाकिस्तान नहीं जाने वाले फैसले को लेकर प्रतिक्रिया दी है। थरंगा ने कहा है कि वहां जाने के लिए वे मानसिक रूप से तैयार नहीं हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान के खिलाफ तीसरा टी20 मैच लाहौर में खेला जाना है और थरंगा सहित 6 नियमित खिलाड़ियों ने वहां नहीं जाने का फैसला किया है। इससे पहले दोनों टी20 अबु धाबी में खेले जाएंगे।
श्रीलंका क्रिकेट के अध्यक्ष ने कहा था कि सभी टी20 मैचों में एक ही टीम खेलेगी,इसके बाद खिलाड़ियों ने अपने देश के खेल मंत्री से पहले दो मैचों के लिए अलग टीम चुनने का आग्रह किया था। वहां के नियमानुसार देश के लिए खेलने वाली टीम के लिए खेल मंत्रालय ही अनुमति देता है। थरंगा ने कहा कि हमने 40 से 50 खिलाड़ियों से बात की थी और श्रीलंकाई बोर्ड को मैच का स्थान बदलने के लिए कहा था लेकिन जब उन्होंने मुकाबला वहीँ कराने की बात की तब हमने खिलाड़ियों को अपना निर्णय खुद करने की आजादी दी।
थरंगा ने पिछले दौरे को याद करते हुए कहा कि जब गोलीबारी हुई थी तब मैं वहां नहीं था लेकिन उससे पहले वन-डे सीरीज के लिए मैं वहाँ था। वह घटना इसके कुछ सप्ताह बाद घटित हुई थी। उस पल को याद करके मेरा मानस मुझे वहां खेलने जाने की इजाजत नहीं देता लेकिन भविष्य में ऐसे मौकों को मैं जरुर भुनाऊंगा।
उल्लेखनीय है कि 7 मुख्य खिलाड़ियों के मना करने के बाद लाहौर में होने वाले टी20 के लिए उतने ही नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया है। कोच निक पोथास को उन्हें तैयार करना है। थरंगा ने कहा कि हमने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से बात की है और उन्होंने कोई दबाव नहीं डाला है। वे खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति जानते हैं।