अम्बाती रायडू को जब पिछले साल इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप की टीम में शामिल नहीं किया गया था, तब काफी बवाल हुआ था। हर तरफ अम्बाती रायडू के कौशल की तारीफ और बीसीसीआई चयनकर्ताओं की आलोचना हुई थी। अम्बाती रायडू की जगह विजय शंकर को टीम में शामिल कर लिया गया था। जब शिखर धवन चोटिल होकर बाहर हुए, तब मयंक अग्रवाल को शामिल किया गया लेकिन अम्बाती रायडू को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया था। उस गलती को लेकर चयनसमिति के पूर्व सदस्य देवांग गांधी ने बयान दिया है।
देवांग गांधी ने अम्बाती रायडू को टीम में शामिल नहीं करने के फैसले को गलती बताया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम भी इंसान हैं और रायडू को टीम में नहीं चुनना एक गलती थी। देबांग गांधी ने यह भी कहा है कि हमने अच्छी टीम का चयन कर रायडू को शामिल नहीं किया, उन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए थी।
अम्बाती रायडू ने लिया था संन्यास
जब पहली बार में अम्बाती रायडू को मौका नहीं मिला तब कुछ नहीं हुआ लेकिन जब मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया तब रायडू टूट गए और संन्यास की घोषणा कर दी। उस समय के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने शायद अम्बाती रायडू के एक ट्वीट को दिल पर ले लिया था। विजय शंकर को चुनने के बाद एमएसके प्रसाद ने उन्हें थ्रीडी डायमेंशन वाला खिलाड़ी बताया। रायडू ने उस पर चुटकी ली थी। शायद यही कारण था कि रायडू को धवन के चोटिल होने पर टीम में शामिल नहीं किया गया।
अम्बाती रायडू नम्बर चार पर बेहतर खेलते थे और वर्ल्ड कप में इस जगह के लिए एक ऐसा बल्लेबाज टीम को चाहिए था लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। उस समय चयन समिति में रहे देबांग गांधी का कार्यकाल पूरा हो गया है। हालांकि रायडू को शामिल नहीं करना उन्होंने गलती बताई लेकिन असली वजह खुलकर किसी ने नहीं बताई।