इसी साल जुलाई में एशेज के पांचवें टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) को खास सम्मान दिया जायेगा। नॉटिंघमशायर ने ऐलान किया है कि ट्रेंट ब्रिज स्टेडियम के पवेलियन एन्ड का नाम अब द स्टुअर्ट ब्रॉड एंड रखा जाएगा।
ब्रॉड ने अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत लीसेस्टरशायर के साथ की थी लेकिन वह 2008 में नॉटिंघमशायर का हिस्सा बने। हालाँकि, ट्रेंट ब्रिज से उनका बेहद पुराना नाता रहा है। उनके पिता क्रिस ब्रॉड ने नॉटिंघमशायर के लिए 1984 से 1992 के बीच ओपनिंग की जिम्मेदारी संभाली थी और मौजूदा समय में वह क्लब प्रेजिडेंट भी हैं। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट ब्रिज पर नॉटिंघमशायर और इंग्लैंड के लिए कुल मिलाकर 43 बार खेले और इस दौरान 190 विकेट अपने नाम किये।
टेस्ट क्रिकेट में ब्रॉड के कई बेहतरीन पल भी इसी एन्ड से आये, जो अब उनके नाम से जाना जायेगा। 2011 में, उन्होंने भारत के खिलाफ इसी मैदान पर दूसरे टेस्ट में हैट्रिक लेकर मैच को अपनी टीम की तरफ करने में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी हैट्रिक की वजह से भारतीय टीम बड़ी बढ़त लेने से चूक गई थी और बाद में, इंग्लिश टीम ने मुकाबला 319 रनों से अपने नाम किया था।
इसके बाद 2015 में उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15 रन देकर आठ विकेट चटकाए थे। उनकी घातक गेंदबाजी की वजह ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी सिर्फ 60 रनों पर सिमट गई थी।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने खास सम्मान मिलने को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
यह सोचना सपने जैसा है कि मैदान के जिस हिस्से में मुझे क्रिकेट से प्यार हुआ, वहां मेरा नाम होगा। नॉटिंघम में पैदा हुए और पले-बढ़े किसी व्यक्ति के रूप में, यह मेरे और मेरे परिवार के लिए अविश्वसनीय रूप से गर्व का क्षण है।
वहीं नॉटिंघमशायर के चेयरमैन एंडी हंट ने कहा,
स्टुअर्ट न केवल गेंद के साथ अपने कामों के माध्यम से, बल्कि अपनी काउंटी के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता और विश्व स्तर पर ट्रेंट ब्रिज की निरंतर चैंपियन के माध्यम से नॉटिंघमशायर के लिए एकदम सही एम्बेसडर रहे हैं। यह उचित ही लगता है कि उनके घरेलू मैदान का अंत जहां उन्होंने अपनी कुछ सबसे बड़ी उपलब्धियां दर्ज कीं, अब उनके क्रिकेट करियर के लिए एक स्थायी सम्मान के रूप में काम करेगा।
टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले तेज गेंदबाज हैं स्टुअर्ट ब्रॉड
स्टुअर्ट ब्रॉड ने इस साल खेली गई एशेज सीरीज के अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन ऐलान किया था कि वह मुकाबले के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। ब्रॉड ने इंग्लैंड के लिए सालों तक कई मैच विनिंग प्रदर्शन किये और अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत विकेटों के मामले में कई दिग्गजों को पीछे छोड़ा। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 167 मुकाबलों में 604 विकेट चटकाए और अपनी टीम के साथी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (690 विकेट) के बाद, दूसरे सबसे सफल तेज गेंदबाज बने।