इंग्लैंड (England) के तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन (Ollie Robinson) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रहे पहले टेस्ट में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। यह उनके लिए एक अच्छा दिन था क्योंकि उन्होंने टॉम लैथम और रॉस टेलर को जल्दी वापस पवेलियन भेज दिया और उस दिन मेजबान टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज थे। हालाँकि पहले दिन का खेल समाप्त होने के तुरंत बाद ख़ुशी में निराशा छा गई क्योंकि रॉबिन्सन के पुराने सेक्सिस्ट और नस्लवादी ट्वीट सार्वजनिक हो गए थे। अब खबर यह आ रही है कि दूसरे टेस्ट मैच में इस इंग्लिश गेंदबाज को टीम में शामिल नहीं किया जाएगा।
इस क्रिकेटर ने मीडिया को संबोधित करते हुए इसके लिए माफी भी मांगी और स्वीकार किया कि यह उनकी ओर से एक गलती थी। इसके अलावा, रॉबिन्सन ने यह भी दावा किया कि वह सेक्सिस्ट या नस्लवादी नहीं है। उनके पूर्व साथी और रूममेट मोइन अशरफ दूसरों को घटना से आगे बढ़ने का सुझाव देते हुए समर्थन में सामने आए।
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) इस घटना को हल्के में नहीं ले रहा है। ईसीबी ने जांच की बात कही थी। अब जांच शुरू होने की खबरें भी आई हैं। इससे रॉबिन्सन के करियर पर कुछ समय के लिए ब्रेक भी लग सकता है और न्यूजीलैंड के खिलाफ अगले टेस्ट से उन्हें अंतिम इलेवन से बाहर किया जा सकता है। ईसीबी की जांच पूरी नहीं होने तक उन्हें मैदान से बाहर रहना पड़ सकता है।
अपने पुराने ट्वीट को लेकर रॉबिन्सन ने कहा कि करियर के अब तक के सबसे बड़े दिन पर आठ साल पहले मेरे द्वारा पोस्ट किए गए नस्लवादी और सेक्सिस्ट ट्वीट्स से मैं शर्मिंदा हूं, जो आज सार्वजनिक हो गए हैं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं नस्लवादी नहीं हूं और मैं सेक्सिस्ट नहीं हूं।
देखना होगा कि ईसीबी की जांच में क्या निकलकर आता है। रॉबिन्सन ने सोचा नहीं होगा कि उनके इतने पुराने ट्वीट डेब्यू के दिन सामने आएँगे।