इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत साल 2008 में हुई थी और पहले सीजन का फाइनल मुकाबला 1 जून 2008 को चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला गया था। दोनों टीमों के बीच यह ऐतिहासिक मुकाबला मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में हुआ था।
एक तरफ जहां राजस्थान रॉयल्स ने सेमीफाइनल में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) को हराकर फाइनल में जगह बनाई, तो चेन्नई सुपर किंग्स ने किंग्स XI पंजाब (अब पंजाब किंग्स) को शिकस्त देते हुए फाइनल में अपनी जगह को पक्का किया।
फाइनल में राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से कई खिलाड़ियों को शुरुआत मिली, लेकिन कोई भी इसे विशाल पारी में तब्दील नहीं कर पाया। यह ही कारण रहा कि सीएसके ने निर्धारित 20 ओवरों में 163-5 का स्कोर ही बना पाई। चेन्नई सुपर किंग्स के लिए सुरेश रैना (30 गेंदों में 43 रन) ने सबसे ज्यादा रन बनाए, तो पार्थिव पटेल (33 गेंदों में 38 रन) और महेंद्र सिंह धोनी (17 गेंदों में 29* रन) का भी अहम योगदान रहा। राजस्थान रॉयल्स के लिए यूसुफ पठान ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए।
164 रनों का पीछा करते हुए एक समय राजस्थान रॉयल्स का स्कोर 7वें ओवर तक 42-3 हो गया था। हालांकि यहां से यूसुफ पठान ने पहले शेन वॉटसन (28 रन) के साथ 65 और फिर मोहम्मद कैफ (12 रन) के साथ 32 रनों की अहम साझेदारी करते हुए राजस्थान को स्कोर के पास लेकर गए। हालांकि पठान (39 गेंदों में 56 रन) सातवें विकेट के रूप में 143 के स्कोर पर 18वें ओवर में आउट हुए। यहां से भी मैच किसी भी तरफ जा सकता था। आखिरी ओवर में राजस्थान रॉयल्स को 8 रनों की दरकार थी और आखिरी गेंद पर भी टीम को एक रन चाहिए था। सोहेल तनवीर ने आखिरी गेंद पर एक रन लेते हुए राजस्थान को IPL के पहले सीजन में खिताबी जीत दिलाई।
यूसुफ पठान (56 रन और तीन विकेट) को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। राजस्थान रॉयल्स के ही शेन वॉटसन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। शॉन मार्श (616) ने पहले सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाए, तो सोहेल तनवीर (22) ने सबसे ज्यादा विकेट लिए।