आज के दिन 2009 में महान भारतीय (India Cricket team) बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) पहले ऐसे बल्लेबाज बने थे, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 30,000 रन का आंकड़ा पार किया था। तेंदुलकर ने श्रीलंका (Sri Lanka Cricket team) के खिलाफ अहमदाबाद में खेले गए पहले टेस्ट में इस उपलब्धि को हासिल किया था। वो यह उपलब्धि हासिल करने वाले अकेले खिलाड़ी थे। यह सीरीज तीन टेस्ट मैचों की थी।
इस मैच की बात करें तो सचिन तेंदुलकर पहली पारी में महज चार रन बनाकर आउट हो गए थे। उन्हें चनाका वेलेगेदेरा ने आउट किया था। फिर मास्टर ब्लास्टर ने जोरदार वापसी करके दूसरी पारी में 211 गेंदों में 11 चौके की मदद से 100* रन बनाए। यह मुकबला ड्रॉ हुआ था।
सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर के अंत में 664 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 782 पारियों में 34,357 रन बनाए। उनकी औसत 48.52 की रही। इस दौरान तेंदुलकर ने 100 शतक (इकलौते बल्लेबाज) और 164 अर्धशतक जमाए।
सचिन तेंदुलकर के 34,357 अंतरराष्ट्रीय रन ऐसा पहाड़ है, जिसे कोई साथी खिलाड़ी या उनके जमाने का खिलाड़ी या मौजूदा खिलाड़ी पार नहीं कर सका है।
सचिन तेंदुलकर के जमाने के बल्लेबाजों में श्रीलंका के कुमार संगकारा (28,016), ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग (27,483), श्रीलंका के महेला जयवर्धने (25,957) और दक्षिण अफ्रीका के जैक्स कैलिस (25,534) बिना 30,000 रन के आंकड़ें को छुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदा हुए।
सचिन तेंदुलकर के टीम के साथी राहुल द्रविड़ (24,208), सौरव गांगुली (18,575), एमएस धोनी (17,266) और वीरेंद्र सहवाग (17,253) भी इस आंकड़ें से दूर रहे। इस समय केवल विराट कोहली ही हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वो सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।
विराट कोहली ने 479 मैचों में 53.92 की औसत से 24,426 रन बनाए हैं, जिसमें 71 शतक और 129 अर्धशतक शामिल हैं।