भारतीय खिलाड़ी शिखर धवन का बल्ला खूब जमकर गरज रहा है लेकिन वे उन दिनों को भी नहीं भूले हैं, जब उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा था। शिखर धवन का कहना है कि फ्लॉप होने पर उन्हें कई चीजें सीखने को मिली है, इससे कई सबक उन्हें मिले हैं। धवन को न्यूजीलैंड के भारत दौरे के बाद से टीम में जगह नहीं मिली थी,इसके बाद उन्हें जून 2017 में हुई चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था। वहां इस खिलाड़ी ने धाकड़ खेल का प्रदर्शन किया, जो अब तक जारी है।
अभी बहुत समय है। मैं अपने प्रदर्शन को जारी रखना चाहूँगा। यह मेरा लक्ष्य होगा क्योंकि मैं प्रदर्शन नहीं करता, तो टीम में कई ऐसे खिलाड़ी है, जो मेरा स्थान ले लेंगे।" रविवार को श्रीलंका के खिलाफ पहले वन-डे में टीम इंडिया की 9 विकेट से शानदार जीत के बाद धवन ने ऐसा कहा।
इस खब्बू बल्लेबाज ने आगे कहा कि फ़ैल होने से आप काफी कुछ सीखते हो और मैं भाग्यशाली हूँ कि काफी कुछ सीखने को मिला है। बुरे दौर के बारे में बात करते हुए धवन ने कहा कि मैं पहले ही उससे गुजर चुका हूँ इसलिए अब उसे याद नहीं करना चाहता।
उन्होंने कहा "जब मैं बढ़िया नहीं कर रहा था तब मैं अपनी प्रक्रियाओं के बारे में ध्यान देता था। अब मैं अच्छा कर रहा हूँ, तब भी प्रक्रियाओं के बारे में ही सोचता हूँ। ये चीजें मुझे अधिक चिंतित नहीं करती। धवन ने वापसी के बाद शानदार प्रदर्शन पर बोलते हुए कहा कि मैंने 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी में भी ऐसा किया था और इस बार चैम्पियंस ट्रॉफी में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट हो या श्रीलंका के खिलाफ गॉल टेस्ट, मैं उस समय के अनुरूप ही खेला हूँ।
गौरतलब है कि पहले वन-डे में श्रीलंका के खिलाफ धवन ने नाबाद 132 रनों की पारी खेल टीम को रिकॉर्ड जीत दिलाई थी। उनके साथ इस दौरान कप्तान विराट कोहली भी थे और भारत ने 9 विकेट से मैच अपने नाम किया।