पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की आर्थिक स्थिति खराब नजर आ रही है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों से कोरोना टेस्ट के लिए पैसे मांगे हैं। घरेलू क्रिकेटरों सहित 140 खिलाड़ियों और अधिकारियों से कोरोना टेस्ट के पैसे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मांगे हैं। खबरों के मुताबिक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पास कोरोना टेस्टिंग की सुविधा नहीं है।
हाल ही इंग्लैंड दौरे पर गई पाकिस्तानी टीम को प्रायोजक तक नहीं मिला था। टीम के खिलाड़ी अभ्यास सेशन में बिना स्पॉटन्सर की जर्सी पहने ही उतरे थे। इसके बाद पेप्सी और मोबाइल कम्पनी ईजी पैसा ने अपना अनुबंध बढ़ा दिया था तब पाकिस्तान की टीम उस सीरीज में खेल पाई थी। इसके अलावा बोर्ड ने कुछ कर्मचारियों को नौकरी से भी निकाला है।
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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड नौकरी से लोगों को निकाल रहा
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने वहां काम करने वाले लोगों के प्रदर्शन पर नजर बनाई है। खराब प्रदर्शन का हवाला देकर लोगों को नौकरी से निकालने की योजना हो सकती है। हाल ही में कुछ लोगों को पीसीबी ने नौकरी से निकाला भी है। खिलाड़ियों से कोरोना टेस्ट के पैसे मांगने वाला पाकिस्तान बोर्ड पहला क्रिकेट बोर्ड है।
पीसीबी जहाँ खिलाड़ियों से कोरोना टेस्ट के पैसे मांग रहा है, वहीँ बीसीसीआई ने आईपीएल में कोरोना टेस्टिंग के लिए 1000 हजार करोड़ रूपये का बजट अलग से रखा है। इससे दोनों देशों की आर्थिक स्थिति के बारे में पता जरुर चलता है। हालाँकि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कुछ कमाई जरुर हुई होगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों से पहली कोरोना जांच के का खर्च उठाने के लिए कहा है। दूसरी जांच का खर्च बोर्ड ने खुद उठाने की बात कही है। हालांकि यह देखना होगा कि खिलाड़ी इस पर क्या करते हैं। पाकिस्तान में कोरोना वायरस की स्थिति सही ट्रैक पर चलने की खबरें भी आ रही हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पहले से ही भारत के खिलाफ सीरीज नहीं खेलने के कारण काफी बड़ा घाटा हुआ है। इसके अलावा बीसीसीआई के साथ आईसीसी में जाकर उलझने के कारण भी उनको पैसों की चपत लगी है।