पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में लाहौर कलंदर्स के कप्तान शाहीन अफरीदी (Shaheen Afridi) ने पीएसएल की कप्तानी को ज्यादा मुश्किल बताया है। शाहीन अफरीदी के मुताबिक पाकिस्तान के लिए कप्तानी करना आसान है लेकिन पीएसएल में काफी मुश्किल हो जाता है। उन्होंने इसके पीछे बड़ी वजह बताई है। अफरीदी के मुताबिक पीएसएल में अलग-अलग देशों के खिलाड़ियों और कोचों के साथ तालमेल बिठाना होता है, जो बिल्कुल भी आसान काम नहीं है।
दरअसल पाकिस्तान सुपर लीग के सातवें मुकाबले में मुल्तान सुल्तांस ने शाहीन अफरीदी की अगुवाई वाली लाहौर कलंदर्स को 5 विकेट से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए लाहौर कलंदर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 166 रन बनाए। जवाब में मुल्तान सुल्तांस ने 19 ओवर में ही सिर्फ 5 विकेट खोकर इस टार्गेट को हासिल कर लिया। लाहौर के कप्तान शाहीन अफरीदी ने 25 रन देकर 2 विकेट लिए लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए।
PSL में विदेशी खिलाड़ियों के साथ तालमेल बिठाना होता है - शाहीन अफरीदी
शाहीन अफरीदी से जब कप्तानी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने PSL की कप्तानी को ज्यादा मुश्किल बताया। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के मुताबिक अफरीदी ने कहा,
मुझे नहीं लगता है कि ज्यादा कोई अंतर है लेकिन पाकिस्तान टीम की कप्तानी थोड़ी आसान है, क्योंकि सभी खिलाड़ी एकसाथ खेले हुए होते हैं। डोमेस्टिक क्रिकेट से ही ये खिलाड़ी एक दूसरे के साथ खेल रहे होते हैं। हम अपनी लैंग्वेज में बात कर सकते हैं। जबकि फ्रेंचाइज क्रिकेट में विदेशी खिलाड़ी भी टीम में होते हैं और अलग-अलग कोच के साथ काम करना पड़ता है। ये काफी मुश्किल होता है, जबकि पाकिस्तान टीम में आपको सबके बारे में अच्छी तरह से पता होता है।
आपको बता दें कि शाहीन अफरीदी की कप्तानी में इस सीजन लाहौर कलंदर्स की शुरुआत अच्छी नहीं हुई है। टीम लगातार तीन मैच हार चुकी है और प्वॉइंट्स टेबल में उनका खाता नहीं खुला है। टीम आने वाले मैचों में वापसी करना चाहेगी।