"भारत के पास पाकिस्तान जितने बेहतरीन खिलाड़ी नहीं हैं और इसीलिए वो हमारा मुकाबला नहीं कर सकते हैं"

Nitesh
India v Pakistan - ICC Cricket World Cup 2019
India v Pakistan - ICC Cricket World Cup 2019

पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी अब्दुल रज्जाक (Abdul Razzaq) ने भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबलों को लेकर एक चौंकाने वाली प्रतिक्रिया दी है। अब्दुल रज्जाक ने कहा है कि भारत के पास पाकिस्तान जितने बेहतरीन प्लेयर नहीं हैं और इसी वजह से वो हमारा मुकाबला नहीं कर सकते हैं।

अब्दुल रज्जाक ने कहा कि भारत इसीलिए पाकिस्तान से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलता है क्योंकि उनके पास उतने अच्छे खिलाड़ी नहीं हैं जितने पाकिस्तान के पास हैं।

पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल पर बातचीत के दौरान अब्दुल रज्जाक ने ये प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा "क्या भारत के पास पाकिस्तान जितने बेहतरीन तेज गेंदबाज या ऑलराउंडर्स हैं, या फिर आपको लगता है कि कोई मुकाबला नहीं है। मुझे नहीं लगता है कि भारतीय टीम पाकिस्तान के साथ मुकाबला कर सकती है। पाकिस्तान के पास जितना टैलेंट है वो काफी अलग है और मुझे नहीं लगता है कि ये क्रिकेट के लिए अच्छी बात है कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट नहीं हो रहा है। मैं चाहता हूं कि दोनों देशों के बीच मैचों का आयोजन हो। अगर ऐसा होता तो फिर लोगों को पता चलता कि जिस तरह का टैलेंट पाकिस्तान के पास है वैसा टैलेंट भारत के पास नहीं है।"

पाकिस्तान के पास भारत से बेहतर खिलाड़ी रहे हैं - अब्दुल रज्जाक

अब्दुल रज्जाक ने ये भी कहा कि अगर सालों से भारत और पाकिस्तान के टीमों के बीच का मुकाबला करें तो पाकिस्तानी टीम कहीं ज्यादा बेहतर रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत से बेहतर खिलाड़ी पैदा किए। शायद यही वजह है कि भारत अब पाकिस्तान से नहीं खेलना चाहता है।

रज्जाक ने आगे कहा "भारत की टीम भी अच्छी है। यहां तक कि उनके पास भी बेहतरीन प्लेयर्स हैं। लेकिन अगर आप तुलना करें तो हमारे पास इमरान खान थे तो उनके पास कपिल देव थे। इमरान खान कहीं ज्यादा बेहतरीन प्लेयर थे। इसके अलावा हमारे पास वसीम अकरम थे और भारत के पास उन जैसा कोई भी गेंदबाज नहीं था। हमारे पास जावेद मियांदाद थे और उनके पास गावस्कर थे। इसके अलावा हमारे पास इंजमाम, यूसुफ, यूनुस, शाहिद अफरीदी थे और उनके पास द्रविड़, सहवाग थे। अगर आप ओवरऑल देखें तो पाकिस्तान ने बड़े प्लेयर ज्यादा दिए और इन्हीं सब कारणों से इंडिया हमेशा नहीं खेलना चाहता है।"

Quick Links