संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन को लेकर पाकिस्तान के स्पिनर मोहम्मद हफीज पर गाज गिर सकती है। करियर में तीसरी बार उनके गेंदबाजी एक्शन को संदिग्ध पाया गया है। श्रीलंका के खिलाफ बुधवार को अबु धाबी में खेले गए तीसरे वन-डे के दौरान यह पाया गया। इससे पहले दो बार उनके गेंदबाजी एक्शन को अवैध मानते हुए दोनों बार उन्हें प्रतिबंधित किया जा चुका है।
अब हफीज को 14 दिनों के भीतर एक व्यक्तिगत गेंदबाजी विश्लेषण से गुजरना होगा। इसके अलावा उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी पर टेस्ट की जांच आने तक रोक लगी रहेगी। अगर हफीज टेस्ट पास करने में नाकाम होते हैं और विश्लेषण की रिपोर्ट के अनुसार वे सही नहीं पाए जाते हैं, तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक बार फिर उन्हें गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया जाएगा।
एक वक्तव्य जारी करते हुए आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को रिपोर्ट किया और बताया कि 37 वर्षीय हफीज का गेंदबाजी एक्शन फिर से चिंता का विषय बना है और यह रिपोर्ट पाकिस्तान टीम प्रबन्धन को सौंप दी गई। नवम्बर 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में उनके गेंदबाजी एक्शन को संदिग्ध पाए जाने के बाद दिसम्बर में उन पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया। यह निलंबन उन पर करीबन 5 महीने के समय तक जारी रहा। इसके बाद फिर से टेस्ट करवाकर उन्हें अप्रैल 2015 से गेंदबाजी करने के लिए आधिकारिक छूट मिल गई और निलंबन वापस ले लिया गया।
पहली बार निलंबन के कुछ समय बाद जी हफीज की गेंदबाजी को दूसरी बार भी संदिग्ध पाया गया और इस बार उन्हें 24 महीने के लिए गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया गया। इससे हफीज 12 महीने तह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी नहीं कर पाए। ब्रिसबेन में फिर से टेस्ट देने के बाद उन्हें नवम्बर 2016 में गेंदबाजी करने की हरी झंडी मिल गई।
उल्लेखनीय है कि हफीज को श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए ऑलराउंडर की हैसियत से टीम में शामिल किया गया है, ऐसे में उनके और टीम के लिए यह खबर अच्छी नहीं कही जा सकती।