पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) को 1999 के वर्ल्ड कप फाइनल में मिली हार को लेकर पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि वो इस हार को अभी तक नहीं भुला पाए हैं और जब भी लॉर्ड्स में खेलते थे तो उन्हें उस फाइनल की याद आ जाती थी। शोएब अख्तर के मुताबिक पाकिस्तान को 1999 का वर्ल्ड कप जीतना चाहिए था क्योंकि उनकी टीम काफी शानदार थी।
1999 का वर्ल्ड कप फाइनल ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच लॉर्ड्स के मैदान में खेला गया था। उस मुकाबले में कंगारू टीम ने पाकिस्तान को बुरी तरह हरा दिया था। 20 जून 1999 को खेले गए उस फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 132 रन बनाए थे। पूरी पाकिस्तानी टीम सिर्फ 39 ओवर में ही ढेर हो गई थी।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने इस टार्गेट को 20.1 ओवर में ही सिर्फ 2 विकेट खोकर आसानी के साथ हासिल कर लिया। पाकिस्तानी टीम में इतने बड़े-बड़े गेंदबाज होने के बावजूद वो कंगारू टीम को जरा सी भी चुनौती नहीं पेश कर सके। शोएब अख्तर खुद काफी महंगे साबित हुए थे और 4 ओवरों में 37 रन दे दिए थे।
इस वर्ल्ड कप फाइनल को 22 साल पूरे होने वाले हैं लेकिन शोएब अख्तर को अभी भी ये हार चुभती है। उन्होंने स्पोर्ट्सकीड़ा पर खास बातचीत के दौरान कहा '1999 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की टीम दूसरी टीमों के मुकाबले काफी ज्यादा अच्छी थी। पाकिस्तान का कोई मुकाबला ही नहीं था। हालांकि इतनी अच्छी टीम होने के बावजूद हम दो मैच हार गए। एक फाइनल मुकाबला हारे और एक मैच भारत से हार गए। हमारा हारने का चांस ही नहीं बनता था लेकिन दुर्भाग्य से हमें हार का सामना करना पड़ा।'
मुझे अभी भी उस फाइनल के सपने आते हैं - शोएब अख्तर
शोएब अख्तर ने आगे कहा 'फाइनल में हम इस तरह धराशायी हुए कि उसकी यादें अभी भी ताजा हैं। मुझे अभी भी उसके बुरे सपने आते हैं। जब भी मैं लॉर्ड्स में खेलने गया, खुश नहीं रहा क्योंकि मुझे पता था कि हम यहां पर फाइनल हारे थे।'