नेपाल क्रिकेट टीम (Nepal Cricket Team) के कप्तान पारस खड़का (Paras Khadka) ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने एक ट्विटर पोस्ट के जरिए अपने संन्यास की जानकारी दी। उन्होंने नेपाल के लिए अपने इंटरनेशनल करियर में 10 वनडे और 33 टी20 मुकाबले खेले।
पारस खड़का ने अपने संन्यास को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा,
नेपाल के लिए खेलना मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि रही है और इसके लिए मैं हमेशा अपने कोच, खिलाड़ियों, स्टेकहोल्डर्स, फ्रेंड्स और फैमिली का आभारी रहूंगा। पिछले 18 सालों से उन्होंने मेरा काफी सपोर्ट किया है। 2002 में एक युवा प्लेयर के तौर पर जब मैंने अपनी शुरूआत की थी तब से लेकर अभी तक उनका काफी सपोर्ट रहा है।
पारस खड़का के क्रिकेट करियर की बात करें उन्होंने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू 2004 में किया था लेकिन अपना वनडे डेब्यू उन्होंने 2018 और टी20 डेब्यू 2014 में किया था। उन्होंने तीन अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी नेपाल का प्रतिनिधित्व किया। पारस खड़का ने 2004, 2006 और 2008 में नेपाल की तरफ से अंडर-19 का वर्ल्ड कप खेला। 2009 में उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया।
पारस खड़का ने वनडे मैचों में 315 रन बनाए और 9 विकेट चटकाए जबकि टी20 मुकाबलों में 799 रन बनाए और 8 विकेट चटकाए। पारस खड़का ने आगे कहा,
क्रिकेट के मैदान में एक इंटरनेशनल क्रिकेटर के तौर पर मेरा सफर समाप्त हो गया लेकिन मेरे देश के लिए क्रिकेट के सपनों की शुरूआत अभी हुई है।
पारस खड़का की कप्तानी में नेपाल ने इंटरनेशनल क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया
आपको बता दें कि पारस खड़का की कप्तानी में नेपाल ने एकदिवसीय टीम का दर्जा हासिल किया और 2018 के क्रिकेट वर्ल्ड कप क्वालीफायर में भी हिस्सा लिया। उनकी कप्तानी में ही नेपाल ने यूएई को मात देकर अपनी पहली वनडे सीरीज भी जीती। इसके अलावा पारस खड़का टी20 क्रिकेट में शतक लगाने वाले नेपाल के इकलौते क्रिकेटर हैं। ये कारनामा उन्होंने सिंगापुर के खिलाफ किया था।
नेपाल को साल 2016 में आईसीसी के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में सस्पेंड भी किया गया था।