पाकिस्तान के खिलाड़ी मोहम्मद हफीज ने पीसीबी द्वारा कराया गया कोरोना टेस्ट मानने से इन्कार कर दिया था। पहले टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद मोहम्मद हफीज ने खुद ही दूसरा टेस्ट कराया था और उसमें वे नेगेटिव आए थे। इसकी रिपोर्ट भी मोहम्मद हफीज ने सार्वजानिक कर दी थी। इस बात को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन पर कार्रवाई कर सकता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मद हफीज ने पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बोर्ड के आइसोलेशन सेंटर में जाने से मना कर दिया था। इसके बाद उनकी अगली रिपोर्ट नेगेटिव आई जिसे उन्होंने पब्लिक कर दिया था। तीसरी रिपोर्ट में हफीज को फिर से पॉजिटिव बताया गया है। इससे बोर्ड उनसे ख़ासा नाराज है क्योंकि उन्होंने आइसोलेशन सेंटर में रहने से इन्कार किया था।
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मोहम्मद हफीज ने खुद कराया था टेस्ट
मोहम्मद हफीज ने पहली रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि के बाद खुद ही एक निजी अस्पताल से टेस्ट कराया और उस रिपोर्ट को पब्लिक किया जिसमें उन्हें नेगेटिव बताया गया था। तीसरी बार रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आई है। पीसीबी इस बात से नाराज है क्योंकि उन्होंने आइसोलेशन सेंटर से बाहर रहने का फैसला लिया था। इसको लेकर उनके ऊपर अनुशानात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
गौरलतब है कि इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली 29 सदस्यीय पाकिस्तानी टीम के दस सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें एक अधिकारी और 9 खिलाड़ी शामिल हैं। सभी को अलग से रखा गया है लेकिन हफीज ने बोर्ड की बात नहीं मानी और दूसरी रिपोर्ट भी जनता के सामने रख दी। बोर्ड इस मामले पर संज्ञान लेगा।
हालांकि मोहम्मद हफीज की कोरोना रिपोर्ट को लेकर राशिद लतीफ ने पहले ही कहा था कि इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। खिलाड़ियों को देश से बाहर जाकर कोरोना टेस्ट कराना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि पाकिस्तान में टेस्ट किट चीन और ताईवान से आती है जिनके नतीजों में अंतर है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि फिट खिलाड़ी ही इंग्लैंड दौरे पर जाने चाहिए। संक्रमित खिलाड़ियों का यहाँ इलाज किया जाना चाहिए। लतीफ की बात हफीज की तीसरी रिपोर्ट आने पर सही साबित हुई।