उमर अकमल पर लगा तीन साल का बैन 18 महीने का करने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड बड़ा कदम उठाने जा रहा है। उमर अकमल का बैन घटाए जाने के खिलाफ पीसीबी अब स्विट्जरलैंड स्थित कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में जाने के लिए सोच रहा है। उमर अकमल की सजा बरकरार रखने के लिए पीसीबी कोर्ट में एक पेटीशन फाइल करेगी।
पीसीबी ने कहा कि भ्रष्टाचार को गंभीरता से लेते हुए हम इसमें जीरो टोलरेंस की नीति के तहत काम करते हैं। आगे पीसीबी ने कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एंटी करप्शन पर उमर अकमल जैसे सीनियर खिलाड़ी ने कई लेक्चर्स में हिस्सा लिया है और उन्हें करप्शन के परिणामों के बारे में भी पता था। इसके बाद भी वह अप्रोच में फेल रहे। पीसीबी ने कहा कि एक हम एक बड़ा और क्लियर मैसेज देना चाहते हैं कि जो भी रेग्युलेशन को तोड़ता है उसके खिलाफ कोई सहानुभूति नहीं होगी।
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उमर अकमल पर लगा था तीन साल का प्रतिबन्ध
करप्शन मामले के आरोपों के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की जांच में उमर अकमल को दोषी पाया गया था। इसके बाद पीसीबी ने उन पर कार्रवाई की थी। तीन साल का बैन उमर अकमल पर लगाया गया था। इसके खिलाफ अपील करते हुए उमर अकमल को राहत मिली थी। उनके बैन को तीन से घटाकर 18 महीने कर दिया गया था।
उमर अकमल का बैन कम करने के बाद पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने पीसीबी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये थे। उन्होंने कहा था कि अकमल का दोष साबित होने के बाद भी बैन कम कर दिया गया लेकिन मेरे मामले में ऐसी नरमी नहीं बरती गई थी। दानिश कनेरिया ने हिन्दू खिलाड़ियों को पाकिस्तानी टीम में जगह नहीं देने का आरोप भी लगाया था।
पाकिस्तान में फिक्सिंग करने के जुर्म में कई खिलाड़ियों को सस्पेंड किया गया है। मोहम्मद आमिर को टीम में वापसी का मौका भी दिया गया था।