हर प्रारूप के लिए अलग खिलाड़ियों का चयन ही सफलता का कारण : विराट कोहली

भारतीय टीम के लगातार शानदार प्रदर्शन को लेकर कप्तान विराट कोहली ने एक बड़ी बात बताई है। कोहली के अनुसार टीम में अलग-अलग प्रारूप के लिए विशेष खिलाड़ियों के चयन से ही हर फोर्मेट में सफलता हासिल हुई है। टीम में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के रूप में कलाई वाले स्पिनरों को भारतीय टीम में शामिल करने के बाद श्रीलंका दौरे से लेकर अब तक टीम का प्रदर्शन ऊपर ही गया है।

बकौल कोहली "यह सभी खिलाड़ियों के मिले-जुले प्रयासों का नतीजा ही नहीं बल्कि टीम प्रबंधन ने भी कई बेहतरीन आइडिया दिए हैं। प्रारूपों के अनुसार विशेषज्ञ खिलाड़ियों को चुनना और रहस्यमयी गेंदबाजों को लाना आदि चीजों ने विश्वास भरा। वे एक मैच में रन दे सकते हैं लेकिन वे वापसी भी करेंगे।"

अपने तेज गेंदबाजों की तारीफ में कोहली ने कहा कि भुवनेश्वर और बुमराह सीमित ओवर क्रिकेट में शानदार रहे हैं। आपको स्लो गेंद और यॉर्कर का इस्तेमाल करने के साथ कौशल दिखाना होता है। पत्नी के बीमार होने के बाद टीम में वापसी करने वाले शिखर धवन को लेकर भी विराट कोहली काफी खुश नजर आए।

ऑस्ट्रेलिया द्वारा पहले टी20 में 118 रन बनाने के बाद डकवर्थ-लुईस नियम पर बोलते हुए कोहली ने कहा कि हम सोच रहे थे कि हमें मिलने वाला लक्ष्य 40 से नीचे का होगा लेकिन यह 48 का हो गया, जो थोड़ा मुश्किल था। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला मैन ऑफ़ द मैच मिलने के बाद कुलदीप यादव बहुत खुश हैं।

कुलदीप यादव की गेंदबाजी की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा कि उन्होंने आरोन फिंच के इरादों को भांपते हुए गेंदबाजी की और स्वीप करते हुए उन्हें आउट करने में सफलता हासिल की। उन्होंने कहा कि मेरे लिए हमेशा विकेट लेना अहम रहता है और मैच दर मैच विश्वास बनता जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि भारत ने पहले टी20 में ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ-लुईस नियम के अनुसार 9 विकेट से हराया और तीन मैचों की सीरीज में 3-0 की बढ़त बना ली।

Edited by Staff Editor
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