दिग्गज स्पिनर पियूष चावला (Piyush Chawla) ने आईपीएल और डोमेस्टिक क्रिकेट में एक बड़ी कमी की तरफ इशारा किया है। उन्होंने बताया कि आईपीएल में ज्यादा रिस्ट स्पिनर क्यों नहीं हैं। पियूष चावला के मुताबिक इसकी बड़ी वजह ये है कि डोमेस्टिक क्रिकेट में ही ज्यादा रिस्ट स्पिनर नहीं हैं और इसी वजह से आईपीएल में भी इस तरह के स्पिनर काफी कम निकलकर सामने आते हैं।
आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने के मामले में पांचवें स्थान पर मौजूद लेग स्पिनर पियूष चावला आगामी सीजन मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए नजर आएंगे। मुंबई के स्क्वाड में कई युवा स्पिनर हैं और ऐसे में दिग्गज लेग स्पिनर का अनुभव उनके काफी काम आ सकता है।
यंगस्टर्स रिस्ट स्पिनर बनना ही नहीं चाहते हैं - पियूष चावला
स्पोर्ट्सकीड़ा पर बातचीत के दौरान पियूष चावला ने कहा कि युवा खिलाड़ी या तो बल्लेबाज बनना चाहते हैं या तेज गेंदबाज बनने की कोशिश करते हैं। काफी कम खिलाड़ी होते हैं जो रिस्ट स्पिनर बनने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा,
इस फॉर्मेट में हर एक टीम को रिस्ट स्पिनर की जरूरत होती है। इसकी वजह ये है कि ज्यादातर गेंदबाजों के खिलाफ रन पड़ते हैं और रिस्ट स्पिनर एक अटैकिंग ऑप्शन होते हैं और आपको विकेट निकालकर देते हैं। आप आईपीएल में ज्यादा रिस्ट स्पिनर इसलिए नहीं देख रहे हैं क्योंकि डोमेस्टिक क्रिकेट में ही ज्यादा रिस्ट स्पिनर नहीं होते हैं। यंगस्टर्स शायद बैटिंग करना चाहते हैं या फिर तेजी से गेंद डालना चाहते हैं। बहुत कम ही रिस्ट स्पिनर बनना चाहते हैं।
मुंबई इंडियंस ने पिछले सीजन कुमार कार्तिकेय और ऋतिक शौक़ीन जैसे युवा स्पिनरों को मौका दिया था। इस बार उन्होंने मेगा ऑक्शन में 22 वर्षीय बाएं हाथ के स्पिनर राघव गोयल को भी अपने साथ जोड़ा है। पियूष चावला ने इनको लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
मैंने इन सारे युवा स्पिनर्स को डीवाई पाटिल टूर्नामेंट में खेलते हुए देखा है। ईमानदारी से कहूं तो कार्तिकेय काफी शानदार लग रहे हैं। रणजी ट्रॉफी में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था। राघव के पास अनुभव की कमी है लेकिन वो सीखते जाएंगे।