भारतीय टीम में अक्सर काफी खिलाड़ी आते-जाते रहते हैं, जिसमे में ज्यादातर खिलाड़ी घरेलू सीजन और आईपीएल के स्थर पर अच्छा प्रर्दशन करके भारत के लिए अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं । लेकिन कुछ ही खुशनसीब खिलाड़ी होते हैं जो ज्यादा समय तक भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने रहते हैं वे अपने प्रर्दशन से मैन ऑफ़ द मैच जीतने के साथ-साथ फैन्स के दिल भी जीतते हैं । भारतीय क्रिकेट टीम में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिन्हें क्रिकेट के किसी भी प्रारूप मेंं मैन ऑफ़ द मैच मिलने के बाद उस प्रारूप वे उनका आखिरी मैच साबित होता हैं । आइए एक नज़र डालते हैं उन खिलाड़ियों पर :
#4 एस बद्रीनाथ (टी20)
तमिलनाडु के बल्लेबाज़ एस बद्रीनाथ जो आईपीएल में चन्नई सुपरकिंग्स के हिस्सा हुआ करते थे ,उन्होंने 2011 के आईपीएल में शानदार प्रर्दशन करके विंडीज दौरे के लिए भारतीय टी20 टीम में जगह बनाई थी । आईपीएल खत्म होने के बाद भारतीय टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर गई थी । भारत ने अपने दौरे की शुरूवात टी20 मैच से की थी।
उस मैच में बद्रीनाथ को प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका मिला था। उस मैच में बद्रीनाथ ने 37 गेंदो पर 43 रन बनाए थे । वह मैच भारत ने 16 रनों से जीत लिया था । इस मैच में बद्रीनाथ को उनकी शानदार बल्लेबाजी करने के लिए मैन ऑफ़ द मैच मिला था। यह उनका पहला और आखिरी अंतराष्ट्रीय टी20 मुकाबला था ।
#3 प्रज्ञान ओझा (टेस्ट)
लेग स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा जो आईपीएल में शानदार प्रर्दशन करने के बाद जिन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला । जब क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का अंतिम टेस्ट था वही उनके अंतराष्ट्रीय क्रिकेट का भी वे अंतिम मैच साबित हुआ । इस टेस्ट मैच के बाद प्रज्ञान ओझा को अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला। इस मैच में ओझा ने शानदार प्रर्दशन किया था उन्होंने दोनों पारियों में मिलाकर दस विकेट लिए थे । पहली पारी में उन्होंने 40 रन देकर पांच विकेट वही दूसरी पारी में 49 रन देकर पांच विकेट हासिल किए थे । उस मैच में भारत ने शानदार जीत हासिल करी थी । उस मैच में प्रज्ञान ओझा को मैन ऑफ़ द मैच मिला था ।