ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पिछड़ने के बाद उनकी ही जमीन पर उनको हराने वाले अजिंक्य रहाणे ने अपनी कप्तानी और टीम की रणनीति के बारे में कुछ बड़ी बातें कही है। अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने बताया कि किस तरह की मानसिकता और योजना के साथ उन्होंने मैदान पर जाने का मन बनाया था।
क्रिकबज को दिए साक्षात्कार में अजिंक्य रहाणे ने कहा कि हमारी योजना साफ़ थी कि खुद का सपोर्ट करते हुए एकजुट रहो। मुकाबला करने की भावना और सकारात्मक मानसिकता के साथ मैदान पर जाओ। जो भी परिणाम आया, उसको स्वीकार करो। मेलबर्न में पहला अभ्यास स्तर उत्साह बढ़ाने के लिए था। हर कोई एक-दूसरे को मदद करने के लिए तैयार था। जब तक मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस नहीं जीता था, हम एडिलेड में सब कुछ होने के बाद भी मेलबर्न में बल्लेबाजी करना चाहते थे।
शुरुआती सेशन खेलने का था प्लान - अजिंक्य रहाणे
गाबा टेस्ट मैच के पांचवें दिन की योजना पर सवाल पूछे जाने पर अजिंक्य रहाणे ने कहा कि शुरुआत में तो पहला सेशन खेलने का प्लान ही था। हमने लंच तक साधारण क्रिकेट खेलने की योजना बनाई थी। हमें पुजारा और शुभमन गिल के बीच बेहतर पार्टनरशिप मिली। जब गिल आउट हुए तब मैंने सोचा कि इस मोमेंटम को मुझे आगे लेकर जाना चाहिए। पुजारा के साथ यह बात हुई थी कि मैं रन के लिए जाऊँगा और आप क्रीज पर खड़े रहो।
रहाणे ने कहा कि प्लान यह था कि अगर मैं तेजी से 30 या 40 रन भी बना देता हूँ तो चायकाल तक मोमेंटम हमारे पक्ष में आ जाएगा। लक्ष्य यही था कि 35 से 38 ओवर में हमें 140 से 160 रन बनाने होंगे, तब मैच हमारे पक्ष में होगा। जब मैं आउट हुआ और ऋषभ अंदर जा रहा था तब मैंने देखा कि चाय में अभी 20 मिनट है और मैंने ऋषभ को कहा कि चाय तक साधारण क्रिकेट खेली उसके बाद वही अप्रोच अपनाई जाए।