विराट कोहली (Virat Kohli) में क्रिकेट के प्रति जुनून सभी ने देखा है और कई बार उनके आक्रामक रूप को भी देखा गया है। उनसे पंगा लेने वाले खिलाड़ियों को वह उनकी भाषा में जवाब देना भी जानते हैं। ऐसी ही एक घटना हुई थी जब विराट कोहली के गलत इशारे की वजह से मैच रेफरी ने उनको बुलाया था और फिर कोहली ने उनको सॉरी कहते हुए निवेदन किया कि मुझे बैन न करें।
कोहली ने मैच रेफरी के साथ अपनी बातचीत के बारे में खुलासा किया है जहां उन्होंने उन्हें प्रतिबंधित न करने का अनुरोध किया था। मैच रेफरी श्रीलंका के रंजन मदुगले थे जिन्होंने विराट कोहली के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की।
टाइम्स नाऊ के अनुसार विराट कोहली ने घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मैच रेफरी [रंजन मदुगले] ने मुझे अगले दिन अपने कमरे में बुलाया और मैंने कहा, 'क्या हुआ?' उन्होंने कहा कि कल बाउंड्री पर क्या हुआ था?' मैंने कहा, कुछ नहीं, यह थोड़ा मज़ाक था। फिर उन्होंने मेरे सामने अख़बार फेंक दिया और मेरी बड़ी तस्वीर पहले पन्ने पर फ़्लिप कर रही थी और मैंने कहा कि मुझे बहुत खेद है, कृपया मुझे प्रतिबंधित न करें। इसके बाद मुझे छोड़ दिया गया। वह एक अच्छे व्यक्ति हैं और समझते थे कि मैं युवा था और ये चीजें होती रहती हैं।
गौरतलब है कि कोहली एक मैच में सीमा रेखा पर खड़े थे और दर्शक उन्हें छेड़कर परेशान कर रहे थे। इससे उन्हें गुस्सा आ गया और उन्होंने दर्शकों को मिडिल फिंगर दिखा दिया। अगले दिन अखबारों में उनकी इस हरकत को लेकर सुर्खियाँ बनीं और कोहली को मैच रेफरी के सामने पेश होना पड़ा।
हालांकि उस समय विराट कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में नए थे और नहीं जानते थे कि इस तरह की स्थिति से कैसे निपटना है लेकिन बाद में वह परिपक्व खिलाड़ियों की श्रेणी में आ गए और मैदान पर वह दिखाई भी दिया। विपक्षी खिलाड़ी जब उनके साथ स्लेजिंग करते हैं तो कोहली भी पलटकर उसी भाषा में जवाब देते हैं और उनका यह रूप फैन्स को भी ख़ासा पसंद आता है। मैदान पर उन्हें आक्रामक विराट कोहली ही चाहिए।