पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले के लिए प्रज्ञान ओझा ने बड़ा बयान दिया है। प्रज्ञान ओझा ने अनिल कुंबले के मैदान के अन्दर बर्ताव को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कप्तान के दौरान अनिल कुंबले काफी आक्रामक हुआ करते थे। आगे ओझा ने कहा कि अनिल कुंबले विपक्षी टीम के साथ खुद के खिलाड़ियों के लिए भी आक्रामक रहते थे।
विजडन को दिए एक साक्षात्कार में प्रज्ञान ओझा ने मजेदार खुलासा करते हुए कहा कि अनिल कुंबले मैदान के अन्दर विपक्षी टीम के साथ भारतीय खिलाड़ियों पर भी आक्रामक रहते थे। इसके बाद मैदान से बाहर उनका बर्ताव अलग रहता था। मुझे भी लगा कि क्या मैं उन्हीं अनिल कुंबले से मिल रहा हूँ जो मैदान में अलग होते हैं।
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अनिल कुंबले रहते थे गंभीर
प्रज्ञान ओझा ने कहा कि मैदान पर सीरियस रहने वाले अनिल कुंबले बाहर एकदम सॉफ्ट होते थे। उनके व्यवहार में भी नरमी रहती थी लेकिन मैदान पर सबके लिए उनका बर्ताव समान होता था। इसके अलावा ओझा ने सचिन तेंदुलकर को काफी शांत स्वभाव वाला आदमी बताया। उन्होंने कहा कि सचिन पाजी अलग थे और कभी किसी बात पर प्रतिक्रिया नहीं देते थे।
एमएस धोनी और विराट कोहली की अप्रोच को अलग बताते हुए ओझा ने कहा कि दोनों में मैच जीतने की ललक रहती है। ओझा ने अपने पांच साल के छोटे करियर में धोनी की कप्तानी में ही क्रिकेट खेला है। टेस्ट क्रिकेट में शानदार खेल के बावजूद वे भारतीय टीम के लिए लम्बा नहीं खेल पाए थे।
प्रज्ञान ओझा भारत की तरफ से सबसे तेज 100 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेला। क्रिकेट को नजदीक से देखने वाले ओझा को अब कमेंट्री बॉक्स में भी देखा जाता है। बतौर क्रिकेट विश्लेषक उन्हें दिलचस्प बातें बताते हुए देखा जा सकते है। गौरतलब है कि अनिल कुंबले एक गम्भीर खिलाड़ी हमेशा से रहे हैं। शायद यही कारण है कि उन्हें सबसे ज्यादा सफलता मिली। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय होने का रिकॉर्ड दर्ज हैं। फ़िलहाल कुंबले किंग्स इलेवन पंजाब के कोच हैं।