पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 50 ओवर क्रिकेट में एक टीम का नेतृत्व करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पृथ्वी शॉ ने अपने नाम कर लिया। विजय हजारे ट्रॉफी में पांडिचेरी के खिलाफ मुकाबले में पृथ्वी शॉ मुंबई की कप्तानी कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान 152 गेंदों में नाबाद 227 रन की पारी खेली। सहवाग ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 में 219 रनों की पारी खेली थी। इंदौर में खेली गई इस पारी के दौरान वीरेंदर सहवाग भारतीय टीम की कप्तानी भी कर रहे थे और 50 ओवर क्रिकेट में किसी भी भारतीय कप्तान का यह सबसे बड़ा स्कोर था।
शॉ ने लिस्ट-ए क्रिकेट इतिहास में एक कप्तान द्वारा सर्वोच्च स्कोर का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी ग्रीम पोलक ने ईस्ट लंदन में बॉर्डर के खिलाफ 222 रनों की पारी खेली थी। शॉ ने अपनी हालिया पारी में पोलक से पांच रन अधिक बनाए।
पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर की सूची में संजू सैमसन को पछाड़ दिया। सैमसन गोवा के खिलाफ 212 रन की पारी के बाद डेढ़ साल तक नंबर एक पर रहे। वह अब शॉ की 152 गेंद पर खेली गई नाबाद 227 रन की पारी के बाद दूसरे नंबर पर खिसक गए हैं।
मुंबई की टीम ने पांडिचेरी के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा करते हुए 4 विकेट पर 457 रन बनाए। इससे पहले झारखंड ने कुछ दिन पहले ही 9 विकेट पर 422 रन बनाए थे लेकिन अब मुंबई की टीम नम्बर एक पर आ गई है। लिस्ट ए क्रिकेट में मुंबई का पांचवां सबसे बड़ा स्कोर का रिकॉर्ड स्थापित हो गया है। पांडिचेरी की टीम को मुंबई ने एकतरफा मुकाबले में हरा दिया। सूर्यकुमार यादव ने भी शतक जड़ा।