सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रबन्धक समिति ने भारतीय क्रिकेट में नए बदलाव लाने को लेकर एक अहम फैसला लिया है। प्रबन्धक समिति ने यह साफ़ कर दिया है कि पॉन्डीचेरी क्रिकेट एसोसिएशन अब से भारतीय क्रिकेट बोर्ड में एसोसिएट मेम्बर के रूप में होगा। यह फैसला जब लिया गया, तब 3 मत पॉन्डीचेरी को बीसीसीआई में देखना चाहते थे और सुप्रीम कोर्ट ने प्रबन्धक समिति को इस मामले को लेकर फैसला पॉन्डीचेरी क्रिकेट एसोसिएशन के पक्ष में रखने को कहा था।
इस महीने हुई भारतीय क्रिकेट बोर्ड की एसजीएम बैठक के बाद बीसीसीआई ने क्रिकेट एसोसिएशन को बोर्ड का एसोसिएट मेंबर बना दिया है। बोर्ड में एसोसिएट मेम्बर बनने पर प्रबन्धक समिति इस मामले को लेकर यह साफ़ तौर पर कहना चाहती है कि वह एफिलियेसन कमेटी और पॉन्डीचेरी क्रिकेट एसोसिएशन की सिफारिश को मना करने का कोई भी कारण सामने नहीं आता। उनके द्वारा जमा किये गए सभी सबमिशन और दस्तावेजों को किसी भी कारण से, किसी को भी दिखाया नहीं जायेगा। उन्हें मजबूती के साथ एक तरफा रखा जायेगा। पॉन्डीचेरी क्रिकेट एसोसिएशन के पक्ष में रखे गए इस फैसले को पहले इंकार कर दिया गया था लेकिन पॉन्डीचेरी की दो बार यात्रा करने के बाद यह फैसला लिया गया है।
प्रबन्धक समिति के अनुसार उनका यह एसोसिएट मेंबर का फैसला, जो पॉन्डीचेरी क्रिकेट एसोसिएशन के पक्ष में यह पॉन्डीचेरी का एक केंद्र शासित प्रदेश होने के कारण भी लिया गया है। दरअसल भारतीय क्रिकेट में सुधार लाने के लिए प्रभंदक समिति का गठन किया गया और पिछले कुछ समय से प्रबन्धक समिति ने भारतीय क्रिकेट में अहम फैसले लिए हैं, जो भविष्य में क्रिकेट की नज़रों से भारत में होने वाले अहम फैसले माने जायेंगे।